भारत की सुरक्षा का सबसे अहम हिस्सा मानी जाने वाली इंडियन नेवी (Indian Navy) में काम करना गर्व की बात है. समुद्र की लहरों पर भारत की ताकत को संभालने वाले नौसेना अधिकारी देश के गौरव का प्रतीक हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि नेवी के एक कैप्टन को कितनी सैलरी मिलती है? और जब 8वां वेतन आयोग (8th Pay Commission) लागू होगा, तो उनकी तनख्वाह में कितना इजाफा होगा? आइए जानते हैं. इंडियन नेवी में कैप्टन का पद बेहद सम्मानित और जिम्मेदार होता है. यह पद भारतीय सेना में कर्नल और वायुसेना में ग्रुप कैप्टन के समान दर्जा रखता है.
एक कैप्टन किसी युद्धपोत या यूनिट का प्रमुख होता है, जो दर्जनों अधिकारियों और सैकड़ों नौसैनिकों की जिम्मेदारी संभालता है. इस रैंक तक पहुंचने में वर्षों की मेहनत, अनुशासन और समर्पण की जरूरत होती है. अब बात करें सैलरी की. 7वें वेतन आयोग के अनुसार नेवी के कैप्टन को पे-बैंड 4 के तहत 37,400 से 67,000 रुपये तक का वेतन और 8,700 रुपये का ग्रेड पे मिलता है. इस हिसाब से उनकी बेसिक सैलरी करीब 87,000 रुपये के आसपास होती है.
इसके अलावा उन्हें कई तरह के भत्ते दिए जाते हैं जैसे हाउस रेंट अलाउंस (HRA), ट्रांसपोर्ट अलाउंस, सी सर्विस अलाउंस, हार्ड एरिया अलाउंस और यूनिफॉर्म मेंटेनेंस अलाउंस. इन सभी को मिलाकर एक कैप्टन की कुल इन-हैंड सैलरी लगभग 1. 5 से 2 लाख रुपये प्रतिमाह तक पहुंच जाती है. फिटमेंट फैक्टर कितना? अब सबसे बड़ा सवाल है कि 8वें वेतन आयोग के बाद यह सैलरी कितनी बढ़ेगी. इसमें फिटमेंट फैक्टर को 2.
47 गुना बढ़ाने की बात कही जा रही है. यानी बेसिक सैलरी में लगभग ढाई गुना तक की वृद्धि हो सकती है. यह भी पढ़ें - कितनी हो जाएगी सैलरी? अगर मान लें कि फिलहाल एक कैप्टन की बेसिक सैलरी 87,000 रुपये है, तो 2. 47 फिटमेंट फैक्टर के हिसाब से नई बेसिक सैलरी लगभग 2,14,890 रुपये यानी करीब 2. 15 लाख रुपये हो जाएगी.
इसका मतलब है कि केवल बेसिक सैलरी में ही करीब 1. 3 लाख रुपये का इजाफा होगा. जब इसमें महंगाई भत्ता (DA), एचआरए और अन्य भत्ते जोड़े जाएंगे, तो कुल सैलरी तीन लाख रुपये प्रति माह के आसपास पहुंच सकती है. यह भी पढ़ें - Education Loan Information:.







