यूपी में पूर्व बीजेपी विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के मुस्लिम लड़कियों को लेकर दिए विवादित बयान पर सियासत तेज हो गई है. विरोधी दल लगातार बीजेपी पर हिन्दू-मुसलमान का आरोप लगाकर घेरने के कोशिश कर रही है लेकिन वो अब भी अपने बयान पर अडिग हैं. उन्होंने मुस्लिम लड़कियां लाने और नौकरी देने की बात कही थी. विवादित बयान देकर सुर्खियों में आए राघवेंद्र सिंह, सीएम योगी आदित्यनाथ के करीबी माने जाते हैं. राज्य का सीएम बनने से पहले , हिन्दू युवा वाहिनी के सर्वेसर्वा थे.
इस संगठन में राघवेंद्र भी सक्रिय रूप से अपनी भूमिकाएं अदा कर रहे थे. हालांकि योगी के सीएम बनने के बाद यह संगठन भंग कर दिया गया. करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं राघवेंद्र राघवेंद्र वर्ष 2012, 2017 और 2022 का विधानसभा चुनाव डुमरियागंज निर्वाचन क्षेत्र से लड़ चुके हैं. वर्ष 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के समक्ष दाखिल अपने हलफनामे में उन्होंने बताया था कि उनके पास कुल 12 करोड़ 46 लाख 15 हजार 934 रुपये की संपत्ति है और 6 लाख 17 हजार 479 रुपये का कर्जा है. साल 2012 के एफिडेविट के अनुसार राघवेंद्र प्रताप सिंह 1,75,38,980 संपत्ति के मालिक थे.
वर्ष 2017 के हलफनामे में पूर्व विधायक ने अपनी संपत्ति 5,88,93,920 बताई थी. 2022 के हलफनामे के अनुसार पूर्व विधायक पर 1 मामला भी दर्ज है. इसमें उन्होंने 3 लाख रुपये नगद, 23 लाख 5 हजार 933 रुपये बैंक एकाउंट्स में अपनी संपत्ति दिखाई थी. इसके अलावा राघवेंद्र 46 लाख 50 हजार रुपये की गाड़ी और 1 लाख 30 हजार रुपये की कीमत के रिवॉल्वर के बारे में भी जानकारी दी है. जेवरात की बात करें तो सपत्नीक उनके पास 32 लाख 30 हजार रुपये के सोने और चांदी है.
राघवेंद्र सिंह के पास कुल 4 करोड़ की कृषि और गैर कृषि योग्य जमीन है. इसके साथ ही वो पत्नी के साथ 7 करोड़ 40 लाख रुपये की 2 रिहायशी इमारतों के भी मालिक हैं. 2022 के हलफनामे के अनुसार उन पर 6 लाख 17 हजार 479 रुपये का कर्ज भी है.








