विश्व शतरंज चैंपियन डी गुकेश ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि असली जवाब शब्दों से नहीं, बल्कि अपने खेल से दिया जाता है. सेंट लुइस (अमेरिका) में खेले जा रहे ‘क्लच चेस:चैम्पियंस शोडाउन’ टूर्नामेंट के पहले दिन गुकेश ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बढ़त हासिल कर ली है. इस टूर्नामेंट में दुनिया के चार बड़े खिलाड़ी - गुकेश, मैग्नस कार्लसन, हिकारू नाकामुरा और फैबियानो कारुआना हिस्सा ले रहे हैं. पहले राउंड में गुकेश को कार्लसन के खिलाफ 1. 5–0.
5 से हार मिली थी, लेकिन इसके बाद उन्होंने जोरदार वापसी की. दूसरे राउंड में उन्होंने नाकामुरा को 1. 5–0. 5 से मात दी और फिर तीसरे राउंड में कारुआना को 2–0 से हराकर पहले दिन के अंत में 6 में से 4 अंक लेकर शीर्ष पर पहुंच गए हैं. जब गुकेश ने नाकामुरा को दिया करारा जवाब कुछ समय पहले एक प्रदर्शनी मैच में हिकारू नाकामुरा ने जीत के बाद गुकेश का किंग पीस (राजा मोहरा) दर्शकों की ओर फेंक दिया था.
उस वीडियो ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी थी और इसे खेल भावना के खिलाफ बताकर नाराजगी जाहिर की गई थी. हालांकि, नाकामुरा ने बाद में इस हरकत की सफाई देते हुए कहा था की यह एक मजाकिया एक्ट था और किसी का अपमान करने का इरादा नही था. उस समय गुकेश ने भी इस हरकत पर कोई प्रतिक्रिया नही दी थी, लेकिन अब उन्होंने बिना कुछ कहे उसी प्रतिद्वंद्वी को बोर्ड पर मात देकर जवाब दे दिया. नाकामुरा के खिलाफ उनकी जीत को फैंस “बिना बोले बदला” कहकर सराह रहे हैं. सोशल मीडिया पर मैच का क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमें गुकेश की शांति और आत्मविश्वास साफ दिख रहा है.
टूर्नामेंट का फॉर्मेट और इनामी राशि ‘क्लच चेस: चैम्पियंस शोडाउन’ एक शॉर्ट रैपिड टूर्नामेंट है, जो 25 से 30 अक्टूबर तक सेंट लुइस चेस क्लब में आयोजित हुआ है. इसमें कुल नौ राउंड (18 गेम) होंगे, जो तीन डबल राउंड-रॉबिन फॉर्मेट में होंगे. हर दिन के मुकाबले के साथ अंक और इनामी राशि में इजाफा होता जाएगा. दूसरे दिन खेले जाने वाले मैचों में डबल पॉइंट्स दिए जाएंगे. टूर्नामेंट की कुल इनामी राशि $4,12,000 (करीब 3.
63 करोड़ रुपये) है. इसमें से टॉप 4 खिलाड़ियों को क्रमशः $1,20,000 (1. 06 करोड़ रुपये), $90,000 (79 लाख रुपये), $70,000 (62 लाख रुपये) और $60,000 (53 लाख रुपये) तक का पुरस्कार दिया जाएगा. इसके अलावा हर राउंड में जीत पर बोनस इनाम भी तय है. गुकेश फिलहाल टेबल में सबसे आगे हैं और उनके प्रदर्शन से यह साफ है कि भारत को एक ऐसा विश्व चैंपियन मिला है जो शांत रहकर भी इतिहास लिखना जानता है.








