Steam Inhalation Side Effects: हर बार नाक बंद होने पर तो नहीं लेते स्टीम, इससे हो सकता है ये नुकसान

Steam Inhalation Side Effects: हर बार नाक बंद होने पर तो नहीं लेते स्टीम, इससे हो सकता है ये नुकसान
By : | Edited By: Sonam | Updated at : 24 Oct 2025 05:48 PM (IST)

Steam Therapy Precautions:सर्दी-जुकाम या नाक बंद होने पर ज्यादातर लोग स्टीम का सहारा लेते हैं. गर्म पानी की भाप नाक खोल देती है और राहत मिलती है, लेकिन क्या हर बार नाक बंद होने पर स्टीम लेना सही है? जानते हैं कि इस मामले में क्या कहते हैं डॉक्टर्स और रिसर्च में क्या बात आई सामने? जान लें स्टीम लेने के क्या फायदे और क्या नुकसान हैं? स्टीम लेना क्यों है कॉमन? जब नाक बंद हो जाती है तो सांस लेना मुश्किल हो जाता है. सर्दी, साइनस, एलर्जी या धूल-मिट्टी की वजह से ऐसा होता है. स्टीम लेने से नाक में जमा बलगम पतला होता है और सांस लेना आसान हो जाता है. 'जर्नल ऑफ रेस्पिरेटरी मेडिसिन' में 2025 में पब्लिश रिसर्च के मुताबिक, बार-बार स्टीम लेने से नाक की नाजुक स्किन और श्लेष्मा झिल्ली (म्यूकस मेम्ब्रेन) को नुकसान पहुंच सकता है.

रिसर्च में 400 लोगों पर स्टडी की गई, जिनमें 60 पर्सेंट ने हफ्ते में तीन बार से ज्यादा स्टीम ली. इनमें 35 पर्सेंट लोगों को नाक में जलन और सूखापन जैसी दिक्कतें हुईं. स्टीम लेने के नुकसान दिल्ली के फोर्टिस हॉस्पिटल में सीनियर ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. अजय गुप्ता कहते हैं कि स्टीम लेना फायदेमंद है, लेकिन जरूरत से ज्यादा स्टीम लेना खतरनाक हो सकता है. गर्म भाप नाक की पतली स्किन को जला सकती है, जिससे जलन, लालिमा और कभी-कभी नाक से खून बहने की शिकायत हो सकती है.

अगर पानी बहुत गर्म है या आप चेहरा ज्यादा पास रखते हैं तो स्किन डैमेज हो सकती है. ये दिक्कतें भी करती हैं परेशान उन्होंने बताया कि स्टीम लेने से नाक खुलती है, लेकिन अगर आप हर छोटी-मोटी बंद नाक में स्टीम लेते हैं तो नाक की प्राकृतिक नमी खत्म हो सकती है. इससे नाक का म्यूकस बैलेंस बिगड़ता है और इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है. स्टडी से भी पता चला खतरा 'इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओटोलरिंगोलॉजी' की 2024 की एक स्टडी में पाया गया कि जो लोग हफ्ते में पांच बार से ज्यादा स्टीम लेते हैं, उन्हें नाक में सूखापन और क्रॉनिक साइनसाइटिस की शिकायत ज्यादा रही. बच्चों और बुजुर्गों में यह ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि उनकी त्वचा और नाक की झिल्ली ज्यादा सेंसिटिव होती है.

कब और कैसे लें स्टीम? डॉ. गुप्ता के मुताबिक, स्टीम तभी लें, जब नाक बुरी तरह बंद हो और सांस लेना मुश्किल हो. हल्की-फुल्की बंद नाक में सलाइन ड्रॉप्स या नमक-पानी से गरारा काफी है. स्टीम लेते समय पानी का तापमान ज्यादा गर्म नहीं होना चाहिए. पानी को उबालकर 5 मिनट ठंडा होने दें.

इसके बाद चेहरा 12-15 इंच दूर रखें और 5-7 मिनट से ज्यादा स्टीम न लें. स्टीम लेने के बाद नाक को हल्के गीले कपड़े से पोंछ लें और मॉइस्चराइजर लगाएं, ताकि सूखापन न हो. Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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