धोखे और पैसे का लालच देकर रूस विदेशी नागरिकों को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में उतार रहा है. रूस और यूक्रेन युद्ध की लपटों में अब हरियाणा के युवा भी जद में आ रहे है. अब तक हरियाणा के 4 युवाओं की मौत इस युद्ध में चुकी है. जबकि कई युवा इस युद्ध में लापता है. जिनके परिवार वाले सरकार से मदद की गुहार लगा रहे है.
ऐसे में रूस की सेना ने एक बुधवार के दिन एक और शव हरियाणा में भेजा है. दस दिन में ये दूसरा शव हरियाणा आया है. इससे पहले कैथल के जिले के गांव गांव मटौर का रवि, करनाल का विकास, कैथल के गांव जुनेदपुर का कर्मचंद इस युद्ध में मारे जा चुके है. ड्रोन अटैक में मारे गए सोनू का शव लौटा भारत बुधवार के दिन हिसार जिले के गांव मदन हेड़ी के सोनू का शव ड्रोन अटैक् से जला शव उसके घर रूसी सेना ने अपने झंडे के साथ भारत भेज दिया. जिसे परिजनों ने दिल्ली एयरपोर्ट जाकर शव की पहचानकर शव को घर ले आए.
दस दिन में रूसी सेना ने हरियाणा में ये दूसरा शव भेजा है. 18 अक्तूबर को ही कर्मचंद का शव भारत आया था. दोनों ही युवकों को पैसे के लालच और धोखे से यूक्रेन के खिलाफ रूसी सेना में भर्ती किया गया था. लापता बेटों को वापस लाने की गुहार सोनू का शव घर के आंगन में पहुंचते ही मां और बहन बेसुसूद हो गए. वहीं गांव सोनू की खबर सुनकर मातम का माहौल है.
ऐसे में उन मां की चिंता बढ़ गई है जिनके बेटे इस युद्ध में लापता है और कई दिनों से संपर्क नहीं हो रहा. उसमें से मृतक सोनू के पड़ोस में रहने वाली अमन की मां सुमन देवी है. अमन और सोनू गांव से स्टडी वीजे पर रूस गए थे. वीजा खत्म होने के बाद उन्हें पांच साल का वीजा एक्सटेंशन और रूस में स्थाई नागरिकता का लालच देकर रूसी सेना में भर्ती करके यूक्रेन युद्ध में फ्रंट लाइन पर उतार दिया. जहां ड्रोन हमले में उसकी मौत हो गई.
अपनों की चिंता में सोनू की अंतिम यात्रा में परिवार के वो लोग भी पहुंचे जिनके भाई और परिजन रुसी सेना में भर्ती होने के बाद से गायब है! उनका कहना है की बार बार संपर्क करने के बाद भी सरकार उनकी कोई मदद नहीं कर रही. एंबेसी उनके परिजनों की मौत की पुष्टि नहीं करती लेकिन रूसी सेना सरकार की पुष्टि से पहले उनके भाइयों के शव भारत भेज रही है. ऐसे में उन्होंने देश के प्रधानमंत्री से जिन्दा युवाओं को जल्दी से देश वापसी की गुहार लगाई है. अमन की मां सुमन देवी की पीएम से अपील वहीं सुमन देवी गांव में सोनू का शव आने के बाद अपने बेटे अमन को लेकर परेशान है. क्योंकि उनके बेटे के बैच में शामिल दोनों युवाओं के शव घर पहुंचे है.
सुमन देवी का कहना है की उसके बेटे ने उन्हें अपने बचाव के लिए एक वीडियो भेजा है जिसमे वो बचाने की गुहार लगा रहा है. सुमन देवी ने प्रधानमंत्री से हाथ जोड़कर अपने बेटे की जान बचाने की गुहार लगाई है. सुमन का कहना है की उनका बेटा पिछली साल स्टडी वीजा पर रूस गया था. वीजा खत्म होने के बाद उसे वीजा बढ़ाने और नागरिकता का लालच दिया गया. जिसके बाद उन्हें सेना में भर्ती किया गया अमन की मां सुमन देवी और भाई आशीष फोटो दिखाकर बेटे की जान बचाने के गुहार लगा रही है.








