मैट्रिमोनियल साइट पर पुलिस बनकर ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार, शादी का झांसा देकर बनाता था संबंध

मैट्रिमोनियल साइट पर पुलिस बनकर ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार, शादी का झांसा देकर बनाता था संबंध
By : | Edited By: अंकुल कौशिक | Updated at : 18 Oct 2025 11:41 AM (IST)

महाराष्ट्र में मैट्रिमोनियल वेबसाइट और सोशल मीडिया पर खुद को पुलिस सब-इंस्पेक्टर बताकर महिलाओं और युवकों को ठगने वाले वैभव नारकर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. नारकर मूल रूप से रत्नागिरी का रहने वाला है और वह पहले भी धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है. जेल से रिहा होने के बाद उसने फिर से धोखाधड़ी शुरू कर दी. पुलिस के अनुसार, नारकर ने अपनी फोटो में पुलिस की वर्दी पहनकर सोशल मीडिया और मैट्रिमोनियल वेबसाइटों पर फर्जी प्रोफाइल बनाई. उसने महिलाओं को पुलिस अधिकारी या सरकारी कर्मचारी होने का झांसा देकर विश्वास में लिया और आर्थिक, मानसिक तथा यौन रूप से ठगा.

आरोपी ने शादी का झांसा देकर किया रेप नारकर ने चेंबूर की 33 वर्षीय महिला को प्रेम जाल में फंसाया. उसने उसे कोर्ट मैरिज का झांसा देकर यौन शोषण किया और उसके बाद एक स्कूटर, 2. 5 लाख रुपये के सोने के गहने और 30,000 रुपये नकद ऐंठ लिए. इससे पहले सोलापुर की एक महिला को भी उसने इसी तरह ठगा. नारकर ने उस महिला से 'जीवनसाथी डॉट कॉम' पर शादी के लिए मिलने को कहा और कुछ दिनों बाद रिश्तेदार के एक्सीडेंट का झांसा देकर 63,000 रुपये की मांग की.

बाद में महिला को पता चला कि वह पहले से ही शादीशुदा है. युवकों को नौकरी का झांसा देकर की ठगी नारकर ने खुद को मंत्रालय में एक वरिष्ठ अधिकारी का सहायक बताकर 100 से अधिक बेरोजगार युवकों को पुलिस या सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया और उनसे पैसे ऐंठे. उसने यहां तक कि कुछ पुलिस वर्दी भी सिलवाई, जिससे उसकी नकली छवि और मजबूत हुई. समाज के डर से नहीं की शिकायत कई पीड़ितों ने शर्म और सामाजिक अपमान के डर से शिकायत दर्ज नहीं कराई. पुलिस ने बताया कि नारकर बार-बार धोखा देने वाला है और भावनात्मक और सामाजिक विश्वास हासिल करके लोगों को ठगता रहा है.

धोखाधड़ी और यौन शोषण मामले में आरोपी गिरफ्तार रत्नागिरी पुलिस ने नारकर को धोखाधड़ी और यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया कि आरोपी जेल से रिहा होने के बाद भी अपनी धोखाधड़ी की प्रवृत्ति जारी रख रहा था और लोगों को लगातार आर्थिक और मानसिक नुकसान पहुंचा रहा था. यह मामला डिजिटल प्लेटफॉर्म और मैट्रिमोनियल वेबसाइटों पर फर्जी प्रोफाइल और ऑनलाइन ठगी की गंभीर समस्या को उजागर करता है. पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या प्रोफाइल पर बिना पुष्टि भरोसा न करने की सलाह दी है.

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