कभी टीम इंडिया के भविष्य के स्टार माने जाने वाले पृथ्वी शॉ एक बार फिर सुर्खियों में हैं. बीते कुछ महीनों से वह लगातार संघर्ष कर रहे थे. उन्हें ना आईपीएल में जगह मिली, ना टीम इंडिया में वापसी का रास्ता. अब रणजी ट्रॉफी 2025 में उन्होंने अपने बल्ले से ऐसा तूफान मचाया है कि आलोचक भी दंग रह गए हैं. महाराष्ट्र की ओर से नई शुरुआत दिल्ली कैपिटल्स से रिलीज होने के बाद पृथ्वी शॉ को किसी टीम ने IPL 2025 ऑक्शन में नही खरीदा.
इसके साथ ही घरेलू टीम मुंबई ने भी उन्हें मौका नहीं दिया. ऐसे में उन्होंने महाराष्ट्र की ओर से खेलने का फैसला लिया और यही फैसला उनके करियर के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है. चंडीगढ़ के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मुकाबले में पृथ्वी शॉ ने दूसरी पारी में सिर्फ 72 गेंदों में शतक जड़ दिया. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 143 से भी ज्यादा का रहा. शॉ की पारी में 18 चौके और 1 छक्का शामिल था.
वह 117 रन बनाकर नॉटआउट हैं और विरोधी गेंदबाजों पर पूरी तरह हावी हैं. 20 महीने बाद आई शतक की खुशी पृथ्वी शॉ ने लगभग 20 महीने बाद फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शतक जड़ा है. इससे पहले उन्होंने फरवरी 2024 में मुंबई के लिए शतक लगाया था. पिछले हफ्ते केरल के खिलाफ उन्होंने निराशाजनक शुरुआत की थी. शॉ पहली पारी में शून्य पर आउट हो गए थे.
इसके बाद शॉ ने पहले अर्धशतक और अब धमाकेदार शतक लगाकर सबको दिखा दिया कि वह अभी खत्म नहीं हुए हैं. रणजी इतिहास की छठी सबसे तेज सेंचुरी सिर्फ 72 गेंदों में शतक जड़कर पृथ्वी शॉ ने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में छठी सबसे तेज सेंचुरी का रिकॉर्ड अपने नाम किया है. यह उनके आक्रामक खेल की झलक है. इंटरनेशनल करियर पर एक नजर पृथ्वी शॉ ने भारत के लिए 5 टेस्ट, 6 वनडे और 1 टी20 मैच खेला है. उनका एकमात्र अंतरराष्ट्रीय शतक वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू में आया था.
इसके बाद लगातार फॉर्म और फिटनेस की समस्याओं ने उनके करियर को प्रभावित किया.








