आयुर्वेद से चमकेगा भारत का वेलनेस बाजार! पतंजलि के 10 हजार सेंटर्स से हेल्थ हब बनेगा देश

आयुर्वेद से चमकेगा भारत का वेलनेस बाजार! पतंजलि के 10 हजार सेंटर्स से हेल्थ हब बनेगा देश
By : | Updated at : 08 Oct 2025 10:17 AM (IST)
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This article highlights: आयुर्वेद से चमकेगा भारत का वेलनेस बाजार! पतंजलि के 10 हजार सेंटर्स से हेल्थ हब बनेगा देश. In context: भारत में स्वास्थ्य और वेलनेस का बाजार तेजी से बढ़ रहा है पतंजलि का दावा है कि आयुर्वेद और योग ने पिछले कुछ सालों में लाखों लोगों की जिंदगी को स्वस्थ बनाया है. Stay tuned with The Headline World for more insights and details.

भारत में स्वास्थ्य और वेलनेस का बाजार तेजी से बढ़ रहा है. पतंजलि का दावा है कि आयुर्वेद और योग ने पिछले कुछ सालों में लाखों लोगों की जिंदगी को स्वस्थ बनाया है. पतंजलि ने कहा कि स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के नेतृत्व में यह कंपनी अब नई ऊंचाइयों को छूने की तैयारी कर रही है. 2025 में पतंजलि का विजन है कि भारत को आत्मनिर्भर बनाते हुए वेलनेस इंडस्ट्री को वैश्विक स्तर पर मजबूत किया जाए. कंपनी ने बताया कि हमारा लक्ष्य है कि हर भारतीय घर में आयुर्वेदिक उत्पाद पहुंचें और योग-प्राणायाम जैसी प्राचीन विद्या आधुनिक जीवन का हिस्सा बने.

पतंजलि का कहना है, ''हमारा विजन न केवल उत्पाद बेचने तक सीमित है, बल्कि समग्र स्वास्थ्य, सस्टेनेबल कृषि और डिजिटल इनोवेशन पर जोर देता है. पतंजलि की अगली बड़ी योजना है 10,000 वेलनेस सेंटर्स की स्थापना. ये सेंटर्स भारत और विदेशों में खोले जाएंगे, जहां योग कक्षाएं, आयुर्वेदिक परामर्श और प्राकृतिक चिकित्सा उपलब्ध होगी. स्वामी रामदेव का कहना है कि इससे योग को दुनिया भर में लोकप्रिय बनाया जाएगा.''

2027 तक चार कंपनियों को लिस्ट करने का प्लान- पतंजलि

पतंजलि ने जानकारी दी है, ''इन सेंटर्स में डिजिटल ऐप्स और वियरेबल डिवाइसेस का इस्तेमाल होगा, ताकि लोग घर बैठे अपनी सेहत पर नजर रख सकें. कंपनी 2027 तक अपनी चार कंपनियों को लिस्ट करने का प्लान बना रही है, जिससे बाजार पूंजीकरण 5 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच जाए. यह कदम वेलनेस इंडस्ट्री को नई गति देगा, क्योंकि स्वास्थ्य उत्पादों का बाजार 10-15% सालाना बढ़ रहा है.''

पतंजलि ने बताया, ''मार्केटिंग की बात करें तो पतंजलि 2025 में डिजिटल दुनिया पर फोकस करेगी. युवाओं को टारगेट करने के लिए यूट्यूब शॉर्ट्स, इंस्टाग्राम रील्स और इन्फ्लुएंसर कैंपेन चलाए जाएंगे. एसईओ और कंटेंट मार्केटिंग से 'आयुर्वेदिक हेल्थ प्रोडक्ट्स' जैसे कीवर्ड्स पर सर्च बढ़ाया जाएगा. कंपनी नए फैक्टरियां और फार्म्स बना रही है, ताकि कच्चा माल खुद उगाया जाए और उत्पाद सस्ते रहें. ऑर्गेनिक फूड्स, हेल्थ सप्लीमेंट्स और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की रेंज बढ़ेगी. आत्मनिर्भर भारत अभियान से जुड़कर किसानों को सशक्त बनाया जाएगा, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो.''

यूएई, यूएस और कनाडा जैसे देशों से होंगे समझौते- पतंजलि

पतंजलि का दावा है, ''रिसर्च एंड डेवलपमेंट में निवेश से नई हर्बल फॉर्मूलेशन आएंगी, जो पर्सनलाइज्ड हेल्थ सॉल्यूशंस देंगी. ग्लोबल एक्सपैंशन के लिए यूएई, यूएस और कनाडा जैसे देशों में पार्टनरशिप्स होंगी. पर्यावरण-अनुकूल पैकेजिंग और सस्टेनेबल प्रैक्टिसेस से कंपनी ग्रीन ब्रांड बनेगी. चुनौतियां हैं, जैसे कानूनी मुद्दे और महंगाई, लेकिन रामदेव की विश्वसनीयता और ईमानदार मार्केटिंग से इन्हें पार किया जाएगा.''

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