उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में बुधवार शाम उस समय अफरा-तफरी मच गयी, जब अतिक्रमण हटाने केलिए अनाग्र निगम की एक टीम पहुंची. वहां पब्लिक ने विरोध प्रदर्शन करते हुए हंगामा खड़ा कर दिया. नाराज ग्रामीणों ने टीम पर पथराव शूरू कर दिया. वहां से गुजर रहे एसडीएम की गाड़ी पर भी लोगो ने पथराव कर दिया, एसडीएम ने मौके से भागकर जान बचाई. सूचना पर पहुंची पुलिस फ़ोर्स ने स्थिति संभाली.
निगम की टीम सरकारी जमीन से कब्जा हटाने पहुंची थी. ग्रामीणों का आरोप है कि बिना कोई सूचना या नोटिस के एक तरफ़ा कार्रवाई हो रही है. इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल रहा. क्या है पूरा मामला ? दरअसल पूरा मामला जिला अलीगढ़ के थाना महुआखेड़ा क्षेत्र के कायमपुर इलाके का है. जहां बुधवार की शाम को उस समय हड़कंप मच गया जब नगर निगम की टीम सरकारी भूमि से अवैध कब्जा हटाने के लिए पहुंची थी.
कार्रवाई के दौरान ग्रामीणों ने न केवल विरोध किया बल्कि अचानक उग्र होकर नगर निगम की टीम को घेर लिया. वहीं से गुजर रही एसडीएम की गाड़ी पर भी नगर निगम की टीम समझते हुए हमला बोल दिय. । इस हमले में एसडीएम सुमित कुमार की गाड़ी के शीशे टूट गए और मौके पर मौजूद टीम के कई सदस्य घायल हो गए. हालात इतने बिगड़ गए कि एसडीएम को अपनी टीम के साथ दौड़कर जान बचानी पड़ी. बिना सूचना पहुंची थी नगर निगम टीम जानकारी के अनुसार, नगर निगम की टीम बुधवार शाम करीब 6 बजे कायमपुर क्षेत्र में सरकारी भूमि की पैमाइश और अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई के लिए पहुंची थी.
बताया जा रहा है कि टीम ने स्थानीय पुलिस को पहले से सूचित नहीं किया था. जैसे ही ग्रामीणों को इस कार्रवाई की भनक लगी, वे बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए और विरोध शुरू कर दिया. देखते ही देखते भीड़ उग्र हो गई और नारेबाजी करते हुए नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. वहीं एसडीएम की गाड़ी पर पथराव कर दिय. पथराव इतना तेज था कि एसडीएम सुमित कुमार की गाड़ी के सभी शीशे चकनाचूर हो गए.
गाड़ी का पिछला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. पथराव में नगर निगम टीम के दो कर्मचारियों को हल्की चोटें आईं जबकि एसडीएम ने किसी तरह खुद को बचाकर बाहर निकाला. पांच थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची घटना की सूचना मिलते ही महुआखेड़ा थाने के साथ-साथ आसपास के चार अन्य थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई. सीओ (क्षेत्राधिकारी) कमलेश कुमार ने स्थिति को संभाला और भीड़ को तितर-बितर किया. उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही मात्र पांच मिनट में पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई थी.
किसी तरह की बड़ी जनहानि नहीं हुई है, लेकिन कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में, कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रव फैलाने वालों की पहचान की जा रही है. हमले में शामिल लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा. सरकारी कार्य में बाधा डालने और अधिकारियों पर हमला करने के आरोप में तहरीर मिलने पर सख्त कार्रवाई होगी.








