क्या 1 नवंबर से दिल्ली में नहीं चलेंगी UP14 और UP15 नंबर की डीजल गाड़ियां? जान लें काम की बात

क्या 1 नवंबर से दिल्ली में नहीं चलेंगी UP14 और UP15 नंबर की डीजल गाड़ियां? जान लें काम की बात
By : | Edited By: नीलेश ओझा | Updated at : 30 Oct 2025 11:31 AM (IST)

Delhi Ban On Non BS VI Vehicles: दिल्ली में 1 नवंबर से प्रदूषण नियंत्रण के सख्त नियम लागू हो रहे हैं. इसी वजह से सवाल उठ रहा है कि क्या अब UP14 यानी गाज़ियाबाद और UP15 यानी मेरठ नंबर की डीजल गाड़ियां दिल्ली में नहीं चलेंगी. दरअसल दिल्ली सरकार ने वायु गुणवत्ता बिगड़ने पर ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी GRAP लागू कर दिया है. इसके तहत बाहर से आने वाले पुराने वाहनों पर रोक लगाई जाएगी. खास तौर पर वह गाड़ियां जिनमें BS-6 इंजन नहीं है.

अब राजधानी की सड़कों पर नहीं चल पाएंगी. यह फैसला दिवाली के बाद लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए लिया गया है. लोग कन्फ्यूज हैं कि क्या सच में अब इन गाड़ियों का दिल्ली में प्रवेश बंद हो जाएगा. क्या वाकई ऐसा होने वाले है. जान लीजिए अपने काम की बात.

दिल्ली में इन गाड़ियों की एंट्री बैन दिल्ली में GRAP स्टेज-2 लागू होते ही डीजल गाड़ियों पर रोक का खतरा बढ़ जाता है. अगर AQI Severe कैटेगरी में चला जाता है. तो दिल्ली कुछ डीजल गाड़ियों के चलने पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है. इसका सीधा असर एनसीआर से आने-जाने वालों पर पड़ेगा. जिनमें गाज़ियाबाद और मेरठ के लोगों पर जो रोजाना दिल्ली में काम या कारोबार के लिए जाते हैं.

फिलहाल दिल्ली में बाहर से आने वाली वह गाड़ियां जिनका इंजन BS-6 नहीं है. 1 नवंबर से उनकी एंट्री बंद हो जाएगी हालांकि आपको बता दे यह सिर्फ कमर्शियल गाड़ियों पर लागू है प्राइवेट गाड़ियों से छूट मिली है. आप अपनी पर्सनल गाड़ी लेकर जा सकते हैं. आपको बता दें ऐसा नहीं है कि UP 14 और UP 15 नंबर की गाड़ी है की एंट्री बंद है. BS मानक के आधार पर बैन लगाया गया है.

इन वाहनों की एंट्री रहेगी चालू दिल्ली सरकार के नए नियमों के तहत कुछ वाहनों को दिल्ली में एंट्री की परमिशमन रहेगी. इनमें दिल्ली में रजिस्टर्ड सभी कमर्शियल वाहन शामिल हैं. जो उत्सर्जन मानकों का पालन करते हैं. इसके अलावा BS-6 इंजन वाले डीजल वाहन, CNG और LNG से चलने वाले वाहन भी बिना रोक-टोक आ-जा सकेंगे. इलेक्ट्रिक वाहनों को भी पूरी छूट दी गई है.

सरकार का मकसद है कि दिल्ली में केवल आधुनिक और कम प्रदूषण फैलाने वाले वाहन ही चलें. जिससे हवा की गुणवत्ता सुधरे जो कि पिछले कुछ समय में काफी खराब हुई है.

📚 Related News