क्रिकेट की पिच पर अच्छे-अच्छों के छक्के छुड़ाने वाले पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन सियासी पिच पर भी सिक्सर जड़ते नजर आ रहे हैं. खबर है कि उन्हें तेलंगाना मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा. वह 31 अक्टूबर को मंत्री पद की शपथ लेंगे. चुनावी दौर में अहम फैसलाकांग्रेस सरकार ने अजहरुद्दीन को मंत्रिमंडल में शामिल करने का फैसला ठीक उस समय लिया है, जब जुबली हिल्स में 11 नवंबर को उपचुनाव होने हैं. इस सीट पर मुस्लिम वोटों की संख्या काफी अधिक है और माना जा रहा है कि अजहरुद्दीन की एंट्री से अल्पसंख्यक समुदाय का समर्थन कांग्रेस के पक्ष में मजबूत होगा.
हाल ही में विधान परिषद पहुंचे थे अजहरुद्दीनइस साल अगस्त में अजहरुद्दीन को राज्यपाल कोटे से विधान परिषद सदस्य के रूप में नामित किया गया था. यह नामांकन तब हुआ जब सुप्रीम कोर्ट ने पहले के दो नामांकन कोदंडाराम और आमिर अली खान का नाम रद्द कर दिया था. मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने संशोधित सूची में कोदंडाराम और अजहरुद्दीन दोनों के नाम शामिल किए थे. मुस्लिम समुदाय को संदेश देने की कोशिशकांग्रेस सरकार में अब तक कोई मुस्लिम मंत्री नहीं था. इस वजह से पार्टी के अंदर और बाहर से अल्पसंख्यक समुदाय की नाराजगी झलक रही थी.
अजहरुद्दीन को मंत्री बनाकर कांग्रेस ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देना चाहती है. रेवंत रेड्डी कैबिनेट में अब होंगे 16 मंत्रीअजहरुद्दीन के शामिल होने के बाद रेवंत रेड्डी कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या 16 हो जाएगी. तेलंगाना मंत्रिपरिषद में कुल 18 सदस्य (मुख्यमंत्री सहित) हो सकते हैं. मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने 7 दिसंबर 2023 को शपथ ली थी, जब कांग्रेस ने भारत राष्ट्र समिति (BRS) को चुनाव में हराया था. पहला मंत्रिमंडल उसी दिन बना था, जबकि पहला विस्तार जून 2025 में हुआ था, जिसमें तीन नए मंत्री जोड़े गए थे.
जुबली हिल्स से है अजहरुद्दीन का नाताअजहरुद्दीन ने 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जुबली हिल्स सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन BRS के मागंती गोपीनाथ से हार गए थे. इस साल जून में गोपीनाथ के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है. कांग्रेस इस सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है और माना जा रहा है कि अजहरुद्दीन की लोकप्रियता पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. राजनीति में अजहरुद्दीन की यात्राभारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 2009 में कांग्रेस से राजनीति में कदम रखा था और मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) से लोकसभा चुनाव जीता था. 2014 में उन्होंने राजस्थान की टोंक-सवाई माधोपुर सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए.
2018 में उन्हें तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया और 2023 में उन्होंने जुबली हिल्स से विधानसभा चुनाव लड़ा.








