मुंबई के घाटकोपर इलाके में 13 वर्षीय आठवीं कक्षा की छात्रा को उसकी ट्यूशन टीचर ने सिर्फ इसलिए डंडे से पीट दिया क्योंकि उसने दिवाली की छुट्टियों का होमवर्क पूरा नहीं किया था. छात्रा के पिता की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने शिक्षिका लक्ष्मी खड़का के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) और किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी शिक्षिका को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. मामला कैसे शुरू हुआ पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता घाटकोपर में अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहते हैं और ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं. उनकी 13 वर्षीय बेटी स्थानीय हिंदी मीडियम स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ती है और रोजाना दोपहर 2 से 4 बजे तक लक्ष्मी खड़का के घर पर ट्यूशन जाती थी.
आईएएनएस के अनुसार, 24 अक्टूबर की शाम जब बच्ची रोते हुए घर लौटी तो माता-पिता ने पूछताछ की. तब उसने बताया कि दिवाली अवकाश के दौरान टीचर ने होमवर्क दिया था, जो पूरा न करने पर उसे लकड़ी से बुरी तरह मारा गया. छात्रा के हाथों पर पड़े चोट के निशान बच्ची के दोनों हाथों पर डंडे के निशान और लाल सूजन के कारण परिजनों का गुस्सा भड़क उठा. पिता ने तुरंत टीचर से बात करने की कोशिश की, लेकिन खड़का ने जवाब देने से बचती रहीं. आरोप है कि उन्होंने चेतावनी दी कि अगर आगे भी होमवर्क पूरा नहीं हुआ तो रोज इसी तरह सजा दी जाएगी.
माता-पिता ने जब समझाने की कोशिश की तो शिक्षिका ने बहस शुरू कर दी और अपने व्यवहार को सही ठहराया. पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच जारी घटना के बाद छात्रा के माता-पिता ने घाटकोपर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए भारतीय न्याय संहिता और किशोर न्याय (बाल संरक्षण और देखभाल) अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया है. जांच अधिकारी ने बताया कि छात्रा का बयान दर्ज कर लिया गया है और आरोपी टीचर से पूछताछ जल्द की जाएगी. फिलहाल बच्ची की चिकित्सकीय जांच कराई गई है और आगे की कार्रवाई प्रक्रिया में है.








