स्मृति ईरानी के शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में इन दिनों खूब हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिल रहा है. तुलसी के बच्चे ही उसके लिए सिर दर्द बन चुके हैं. शो में अभी तक आपने देखा कि चॉल के पीछे वाले रास्ते पर मिताली बेहोश हो जाती है. ऐसे में चॉल के लोग उसे शांति निकेतक पहुंचाते हैं. मिताली वहां जाकर ऐसा दिखावा करती है कि उसके ऊपर किसी की आत्मा आ गई है.
हालांकि, तुलसी के नौकरों को उस पर शक होता है. उधर, वृंदा की बातों में आकर अंगद एक बार फिर से मिताली संग सगाई करने के लिए तैयार हो जाता है. जल्द ही 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में बड़ा बवाल मचने वाला है. मिहिर को रोकेगी तुलसी शो में देखने को मिलेगा कि दीवाली से ठीक पहले मिहिर अपनी पुरानी हवेली को परिधि के नाम कर देगा. परिधि ये बात जाकर बहुत ही ज्यादा खुश होने वाली है.
क्योंकि वो तो हमेशा से ही मिहिर की प्रॉपर्टी में हिस्सा लेना चाहती थी. लेकिन, मिहिर को ऐसा करने से तुलसी रोकती है. हालांकि वो बेटी के प्यार में अंधा हो चुका है, ऐसे में तुलसी की ही फटकार लगा देता है. अब तुलसी ये कसम खा लेगी कि वो परिधि को एक्सपोज करके दम लेगी. वृंदा अपनी शादी को लेकर काफी परेशान रहती है.
लेकिन, परिवार की खुशियों के लिए अपनी जिंदगी बर्बाद करने को तैयार हो जाती है. मिताली बना रही है बेवकूफ इधर, शांति निकेतन में मिताली ड्रामा करती है कि उस पर भूत आ गया है. परिवार के लोगों को लगेगा कि ये सब सच है और वो उसकी एक्स्ट्रा केयर करने लगेंगे. तुलसी को जल्द ही पता चलने वाला है कि मिताली सबको बेवकूफ बना रही है. ऐसे में वो अपने नौकरों के संग मिलकर मिताली को एक्सपोज करेगी.
दीवाली के मौते पर तुलसी की सहेली पार्वती की शो में एंट्री होगी. पार्वती को तुलसी घर में चल रहे ड्रामों के बारे में बताएगी. उसके बाद तुलसी और पार्वती मिलकर सबको एक्सपोज करने वाले हैं.








