Risk of cancer in cirrhosis: कितना खतरनाक हो सकता है लिवर सोराइसिस, किस स्टेज में ये बन जाता है कैंसर?

Risk of cancer in cirrhosis: कितना खतरनाक हो सकता है लिवर सोराइसिस, किस स्टेज में ये बन जाता है कैंसर?
By : | Edited By: Sonam | Updated at : 22 Oct 2025 07:05 AM (IST)
Quick Summary

This article highlights: Risk of cancer in cirrhosis: कितना खतरनाक हो सकता है लिवर सोराइसिस, किस स्टेज में ये बन जाता है कैंसर?. In context: Liver cirrhosis stages: लिवर हमारे शरीर का एक जरूरी अंग है, यह सिर्फ ब्लड को फिल्टर ही नहीं करता, इसके साथ यह मेटाबॉलिज्म, पाचन और डिटॉक्सिफिकेशन जैसे कई काम भी करता है हालांकि बदलती लाइफस्टाइल के चलते इसको काफी नुकसान हो रहा है. Stay tuned with The Headline World for more insights and details.

Liver cirrhosis stages: लिवर हमारे शरीर का एक जरूरी अंग है, यह सिर्फ ब्लड को फिल्टर ही नहीं करता, इसके साथ यह मेटाबॉलिज्म, पाचन और डिटॉक्सिफिकेशन जैसे कई काम भी करता है. हालांकि बदलती लाइफस्टाइल के चलते इसको काफी नुकसान हो रहा है. इसमें से एक है लिवर सिरोसिस. जब लिवर को लगातार नुकसान पहुंचता है, तो धीरे-धीरे वह अपनी हेल्दी सेल्स को खोने लगता है और उनकी जगह पर स्कार टिश्यू बन जाते हैं. अक्सर लोग इसको हल्के में लेते रहते हैं, लेकिन बाद में यह काफी दिक्कत देती है. चलिए आपको बताते हैं कि लिवर सिरोसिस कितना खतरनाक है और किस स्टेज में यह कैंसर बन जाता है.

लिवर सिरोसिस कितना खतरनाक?

सवाल यह आता है कि जिस लिवर सिरोसिस को हम हल्के में लेते हैं, वह कितना खतरनाक होता है. तो आपको बताते चलें कि लिवर सिरोसिस एक क्रॉनिक डिजीज है, यानी यह लंबे समय तक चलती है और धीरे-धीरे बढ़ती है. शुरुआत में जब यह बीमारी होती है, तो लिवर का 20 से 30 प्रतिशत हिस्सा खराब होता है. इस समय तक हमें कोई दिक्कत नहीं दिखती है, लेकिन जैसे ही यह दिक्कत बढ़ती है इसके तमाम लक्षण दिखने लगते हैं. इसमें थकान और कमजोरी, भूख कम लगना, पेट में सूजन, बार-बार इंफेक्शन और खून की उल्टी या ब्लीडिंग शामिल होती हैं. अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा बन जाती है. कई रिसर्च और American Liver Foundation की रिपोर्ट्स बताती हैं कि लिवर कैंसर के लगभग 80 से 90 प्रतिशत मरीजों में सिरोसिस मौजूद होता है.

कब हो जाता है यह खतरनाक?

लिवर सिरोसिस को चार स्टेज में बांटा जाता है, और हर स्टेज पर कैंसर का खतरा अलग होता है. इसमें पहला स्टेज है कम्पेन्सेटेड सिरोसिस, इसमें शुरुआत होती है. दूसरा होता है कम्पेन्सेटेड सिरोसिस विद वैरिसीज, इसमें नसों पर दबाव बढ़ जाता है और कैंसर का रिस्क पहले से बढ़ जाता है. तीसरा स्टेज होता है डी-कम्पेन्सेटेड सिरोसिस, इसमें लिवर को काम करने में दिक्कत होने लगती है. इसके बाद आता है चौथा स्टेज एंड-स्टेज सिरोसिस, इसमें लिवर काम करना पूरी तरह बंद कर देता है और मरीज का बचना मुश्किल हो जाता है. इसके साथ ही इस स्टेज में कैंसर की संभावना काफी बढ़ जाती है. मेडिकल रिसर्च के अनुसार, हर साल 1 से 8 प्रतिशत सिरोसिस के मरीजों में लिवर कैंसर विकसित हो सकता है. हालांकि अगर सिरोसिस हेपेटाइटिस B या C की वजह से है, तो खतरा और ज्यादा है.

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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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