तलाक के बाद बीवी नहीं बल्कि बिल्ली का खर्च उठाएगा ये शख्स, हर महीने इतना देना होगा भरन पोषण

तलाक के बाद बीवी नहीं बल्कि बिल्ली का खर्च उठाएगा ये शख्स, हर महीने इतना देना होगा भरन पोषण
By : | Edited By: शेख इंजमाम | Updated at : 30 Oct 2025 01:01 PM (IST)

पालतू जानवरों के प्रति इंसानों का लगाव अक्सर परिवार के सदस्य जितना गहरा होता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि तलाक के बाद इंसान अपने पालतू जानवरों के भरण-पोषण का खर्च भी देगा? तुर्की में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसने न केवल स्थानीय अदालतों को बल्कि पूरे देश को सोचने पर मजबूर कर दिया है. इस्तांबुल के एक दंपती ने आपसी सहमति से तलाक तो ले लिया, लेकिन साथ ही एक ऐसा ‘समझौता’ किया जो अब पालतू प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बन गया है. इस समझौते के तहत पति ने अपनी पूर्व पत्नी को न केवल अपनी दो प्यारी बिल्लियों की कस्टडी दी, बल्कि उनके खर्च का वित्तीय बोझ भी खुद उठाने का वादा किया है. इस्तांबुल के दंपत्ति ने लिया अनोखा तलाक इस्तांबुल में रहने वाले बुग्रा बी.

और उनकी पत्नी एजगी बी. ने "गंभीर असंगति और शादी की नींव के टूटने" का हवाला देते हुए तलाक की अर्जी दाखिल की थी. दोनों ने आपसी सहमति से यह फैसला किया कि अब वे साथ नहीं रह सकते, और इस कारण उन्होंने किसी भी तरह का मुआवजा या पारंपरिक गुजारा भत्ता नहीं मांगा. लेकिन दोनों ने जो तलाक प्रोटोकॉल तैयार किया, उसने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया. बिल्लियों के भरण पोषण की भी जोड़ी गई शर्त दरअसल, तलाक के दस्तावेज में एक अनोखी शर्त जोड़ी गई.

पति बुग्रा बी. ने अपनी दो बिल्लियों की कस्टडी अपनी पत्नी एजगी बी. को सौंपी और यह तय किया कि वे इन बिल्लियों के भरण-पोषण का खर्च भी वहन करेंगे. समझौते में साफ लिखा गया है कि बुग्रा बी. हर तीन महीने में 10,000 तुर्की लीरा (करीब 240 डॉलर) एजगी बी.

को देंगे, ताकि बिल्लियों की देखभाल सही तरीके से हो सके. 10 साल तक जारी रहेगा भुगतान इतना ही नहीं, समझौते में यह भी प्रावधान रखा गया है कि यह भुगतान कम से कम 10 साल तक जारी रहेगा. अगर किसी भी कारण से बिल्लियां एजगी बी. के पास रहती हैं, तो बुग्रा बी. को यह भुगतान जारी रखना होगा.

साथ ही यह राशि हर साल तुर्की सांख्यिकी संस्थान (TUIK) से निर्धारित उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI)-EFE अनुपात के हिसाब से बढ़ाई जाएगी. सोशल मीडिया पर शुरू हो गई चर्चाएं सोशल मीडिया पर यह मामला तेजी से वायरल हो गया है. कई लोगों ने इसे “मानवता से भरपूर कदम” बताया है, तो कुछ ने मजाक में कहा कि “अब पालतू भी तलाक का हिस्सा बनेंगे. ” वहीं कई यूजर्स का मानना है कि यह समझौता उन पालतू प्रेमियों के लिए राहतभरी मिसाल है जो तलाक के बाद अपने जानवरों की जिम्मेदारी को लेकर परेशान रहते हैं.

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