विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेले का आग़ाज़ आज 30 अक्टूबर से होने जा रहा है जहां पर देश और दुनिया के लोग इस मेले को देखने पुष्कर पहुंचते हैं इस मेले का आयोजन राजस्थान पर्यटन विभाग की ओर से किया जा रहा है. उद्घाटन समारोह में राजस्थानी परंपरा के अनुसार धूमधाम से कार्यक्रम का आगाज़ किया जाएगा जिसमें पर्यटन मंत्री दिया कुमारी और जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत भी मौजूद रहेंगे. सांस्कृतिक रंगों में रंगा पुष्कर उद्घाटन समारोह में छात्राओं द्वारा माडणा प्रतियोगिता और समूह नृत्य किया जाएगा जिसमें रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन होगा इसके बाद कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए खेलों के आयोजन भी होंगे जिसमें देशी और विदेशी पर्यटकों के बीच मुक़ाबले देखें जाएंगे यहां एक फ़ुटबॉल मैच का भी आयोजन होगा जिसमें देशी और विदेशी टीम आमने सामने होंगी इस मुक़ाबले का नाम “चक दे राजस्थान” रखा गया है. शाम के समय पुष्कर सरोवर घाट पर दीपदान और रंगोली सजावट का कार्यक्रम भी है जहां पर महाआरती का आयोजन भी होगा वहीं का मेला मंच पर शाम 7 बजे हास्य कार्यक्रम रखा गया है जहां पर राजस्थानी लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां देखी जा सकती है इस कार्यक्रम को देखने देश और विदेश के लोग यहां पहुंच रहे हैं. ऊंट श्रृंगार और देसी खेल बने आकर्षण 31 अक्टूबर (शुक्रवार) को मेला मैदान में सुबह से ही पारंपरिक खेलों की गूंज रहेगी.
लंगड़ी टांग, सतोलिया और गिल्ली-डंडा जैसे देसी खेल स्थानीय और विदेशी पर्यटकों के बीच रोमांच बढ़ाएंगे. दिनभर चलने वाले कार्यक्रमों में ऊंट श्रृंगार और उष्ट्र नृत्य प्रतियोगिता खास आकर्षण का केंद्र रहेगी. शाम को मेला मंच पर 'पुष्कर की आवाज' कार्यक्रम में स्थानीय कलाकार प्रस्तुतियां देंगे. इसके बाद एनजेडसीसी और कुटले खान प्रोजेक्ट की शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी. बॉलीवुड नाइट से गूंजेगा मेला मैदान 1 नवम्बर को कबड्डी, अश्व नृत्य, रस्साकस्सी और वॉलीबॉल जैसे ग्रामीण खेलों के साथ दिन शुरू होगा.
शाम को 'सुरस बैंड' और 'नीरज आर्य का कबीर कैफे' प्रस्तुति देंगे. 2 नवम्बर को आध्यात्मिक पदयात्रा, फूड एंड क्राफ्ट महोत्सव और गुलाबो देवी का कालबेलिया नृत्य, भुंगर खान की डेजर्ट सिम्फनी जैसे लोकनृत्य होंगे. 3 नवम्बर को लगान शैली का क्रिकेट मैच, विदेशियों के लिए पगड़ी, तिलक और मूंछ प्रतियोगिता, और रात में रूप कुमार व सोनाली राठौड़ की बॉलीवुड नाइट रहेगी. मेले का समापन 5 नवम्बर को सांस्कृतिक झांकियों, पारंपरिक खेलों और पुष्कर सरोवर पर महाआरती के साथ होगा.








