1987 में रिलीज हुई शेखर कपूर की फिल्म 'मिस्टर इंडिया' आज भी दर्शकों की फेवरेट फिल्मों में से एक है. अनिल कपूर और श्रीदेवी ने जहां लीड रोल निभाया था, वहीं अमरीश पुरी ने मोगेंबो बनकर अपनी दमदार एक्टिंग से सबका दिल जीत लिया. उनका ये विलेन किरदार आज भी लोगों की यादों में जिंदा है. आज हम आपको मिस्टर इंडिया के मोगैंबो के कॉस्ट्यूम मेकिंग की दिलचस्प स्टोरी बताने जा रहे हैं, जिसको बनने में 7 दिनों का समय लगा था और डिजाइनर ने तगड़ी फीस भी ली थी. कैसे तैयार हुआ मोगैंबो का आइकॉनिक लुक मिस्टर इंडिया में मोगैंबो का आइकॉनिक लुक मशहूर डिजाइनर माधव अगस्ती ने तैयार किया था.
माधव ने इसके पीछे की स्टोरी को अपनी किताब स्टिचिंग स्टारडम: फॉर आइकॉन्स, ऑन एंड ऑफस्क्रीन्स में विस्तार से बताया है. उन्होंने लिखा, फिल्म के निर्देशक शेखर कपूर और निर्माता बोनी कपूर मेरी दुकान पर आए है. उन्होंने मुझे बताया है कि उन्हें ऐसे विलेन का कॉस्टयूम रेडी करना है, जिसमें विदेशी तानाशाह और देसी जमींदार दोनों का अंदाज झलके. इसके लिए हमने विदेशी अखबार, मैगजीन और फिल्म इतिहास की किताबों पर बड़ी रिसर्च की. उनमें से तमाम कटिंग भी निकाली और फिर जाकर मोगैंबो की कॉस्ट्यूम का डिजाइन सेट किया.
इसमें ब्लैक कलर के कोट पर गोल्डन मोनोग्राम प्रिंट वाला कोट, लंबी फ्रिल वाली शर्ट और लॉन्ग बूट टाइप शूज को इस्तेमाल किया गया. इस तरह से अमरीश पुरी का मोगैंबो का कॉस्ट्यूम तैयार हुआ. 7 दिनों में तैयार हुआ मोगैंबो कॉस्ट्यूम इसे बनने में 7 दिनों का समय लगा और मैंने करीब 25 हजार रुपये फीस ली. लेकिन मेरी कारीगरी का नमूना देखकर बोनी कपूर काफी खुश हुए और उन्होंने मुझे इनाम के तौर 10 हजार रुपये और दिए. इस तरह से मोगैंबो की कॉस्ट्यूम बनाने के लिए मुझे कुल 35 हजार रुपये मिले.
ऐसा था अमरीश पुरी का रिएक्शनअपनी इसी किताब में माधव अगस्ती ने आगे जिक्र किया है और बताया कि जब अमरीश पुरी ने पहली बार मोगैंबो का कॉस्ट्यूम देखा, तब उनका रिएक्शन कैसा था. उन्होंने लिखा- अमरीश पुरी साहब के लुक टेस्ट के लिए उन्हें मेरे द्वारा बनाया हुआ मोगैंबो का कॉस्टयूम पहनाया गया. वह उस लुक में काफी शानदार दिख रहे थे और उसे पहनने के बाद पुरी साहब के मुंह से सिर्फ यही निकला- मोगैंबो खुश हुआ.








