Personality Rights: आज के इस डिजिटल युग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सोशल मीडिया और डीप फेक टेक्नोलॉजी ने वास्तविकता और नकल के बीच की रेखा को धुंधला कर दिया है. इसी वजह से भारतीय सेलिब्रिटीज ने अपने पर्सनालिटी राइट्स की रक्षा करने के लिए कानूनी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. पर्सनैलिटी राइट्स का अधिकार सार्वजनिक हस्तियों को इस चीज को नियंत्रित करने में मदद करता है कि उनके नाम, चेहरे, आवाज या फिर किसी दूसरी पहचान योग्य विशेषता का व्यावसायिक इस्तेमाल कैसे किया जाए. आइए जानते हैं की पर्सनैलिटी राइट्स में किन चीजों पर अधिकार होता है. उससे पहले जानते हैं कि आखिर इसकी जरूरत क्यों पड़ी.
डीपफेक और एआई का गलत इस्तेमाल एआई जेनरेटेड डीपफेक का प्रसार सेलिब्रिटीज के लिए एक बड़ी चिंता बनकर उभरा है. ये नकली वीडियो किसी के भी चेहरे या फिर आवाज की नकल कर सकते हैं. जिनका इस्तेमाल गलत सूचना या फिर अश्लील सामग्री को फैलाने के लिए किया जाता है. इससे न सिर्फ किसी सेलिब्रिटी की इमेज को नुकसान होगा बल्कि यह एक गंभीर कानूनी और नैतिक चुनौतियों को भी पेश करता है. विज्ञापन में बिना अनुमति के इस्तेमाल कई कंपनियों और ऑनलाइन विक्रेता उत्पादकों के प्रचार के लिए बिना सेलिब्रिटी की अनुमति के उनकी तस्वीर, आवाज या फिर नाम का इस्तेमाल करते हैं.
इससे उपभोक्ता गुमराह हो सकते हैं और सेलिब्रिटी की कड़ी मेहनत से अर्जित प्रतिष्ठा का शोषण होता है. पर्सनैलिटी राइट्स के तहत कानूनी सुरक्षा ऐसे बिना अनुमति के विज्ञापनों को रोकने में मदद करती है. साथ ही वैध इस्तेमाल के लिए उचित मुआवजा भी मिलता है. ब्रांड वैल्यू और व्यावसायिक अधिकारों की रक्षा हर सेलिब्रिटी अपने आप में एक ब्रांड है. उनकी छवि, आवाज और नाम का बहुत बड़ा व्यावसायिक मूल्य होता है.
यह फिल्म कॉन्ट्रैक्ट से लेकर विज्ञापन सौदों तक हर चीज को प्रभावित करता है. अपने पर्सनालिटी राइट्स को पंजीकृत करके सेलिब्रिटी इस बात को पक्का करता है कि केवल वह या फिर उसके द्वारा अधिकृत व्यक्ति ही उसकी पहचान से पैसा कमा सके. किन चीजों के लिए मिलती है कानूनी सुरक्षा यह अधिकार फोटो और वीडियो तक ही सीमित नहीं है. इसमें व्यक्ति का नाम, आवाज, हस्ताक्षर, कैच फ्रेज और हाव-भाव भी शामिल होते हैं. जैसे अमिताभ बच्चन ने अपनी गहरी आवाज और समानता के लिए कानूनी सुरक्षा को प्राप्त किया है.
इसी के साथ अनिल कपूर ने अपना मशहूर 'झकास' डायलॉग और चेहरे के भावों पर अधिकार हासिल किए हैं. प्रमुख हस्तियां जिन्होंने पर्सनालिटी राइट्स लिए अमिताभ बच्चन ने 2022 में घोटालों और एआई सामग्री में अपने नाम, छवि और आवाज के दुरुपयोग के खिलाफ निरोधक आदेश प्राप्त किए थे. इसी के साथ 2023 में अनिल कपूर ने अपने चेहरे, नाम, आवाज और 'झकास' के लिए पर्सनालिटी राइट्स लिए थे. 2024 में जैकी श्रॉफ ने भी अपने व्यक्तित्व और मशहूर डायलॉग 'भिड़ू' के लिए पर्सनालिटी राइट्स लिए थे. इसके अलावा 2015 में रजनीकांत ने 'मैं हूं रजनीकांत' नाम की एक फिल्म को उनकी सहमति के बिना बनाने से रोकने वाला एक मुकदमा जीता था.
इसी के साथ 2025 में अक्षय कुमार ने भी मुंबई हाई कोर्ट के जरिए एआई डीपफेक से सुरक्षा हासिल की थी. वहीं ऐश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन ने भी 2025 में एआई जेनरेटेड अश्लील सामग्री के खिलाफ याचिका दायर की थी.








