मुंबई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी दानिश मर्चेंट उर्फ दानिश चिकना को गिरफ्तार कर लिया है. NCB की यह कार्रवाई गोवा में की गई. दानिश चिकना लंबे समय से एमडी ड्रग्स (मेथामफेटामाइन) की तस्करी में सक्रिय था और मुंबई में चल रहे एक बड़े ड्रग्स सिंडिकेट से उसका गहरा संबंध बताया जा रहा है. अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी दानिश मर्चेंट उर्फ दानिश चिकना को साल 2024 में भी ड्रग्स के मामले पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उस वक्त पुलिस ने डोंगरी इलाके में एक सुनियोजित ऑपरेशन चलाकर दानिश और उसके सहयोगी कादर गुलाम शेख उर्फ कादिर फंता को पकड़ा था.
दानिश मर्चेंट पर हमेशा से ये आरोप लगते रहे है कि वह दाऊद इब्राहिम के लिए डोंगरी क्षेत्र में ड्रग्स ऑपरेशंस का संचालन करता है और मुंबई में फैले ड्रग्स नेटवर्क का प्रमुख हिस्सा है. 2019 से जुड़े केस में गिरफ्तारीयह पहली बार नहीं है जब दानिश मर्चेंट का नाम ड्रग मामलों में सामने आया हो. 2019 में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने डोंगरी में दाऊद इब्राहिम से जुड़ी एक ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था. उस ऑपरेशन में करोड़ों रुपये की ड्रग्स जब्त की गई थीं. उस समय दानिश मर्चेंट को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया था और वह फिर से रिहा हो गया था.
रिहाई के बाद उसने फिर से ड्रग नेटवर्क को सक्रिय करना शुरू किया यही वजह है कि उसकी निगरानी लंबे समय से जारी थी. NCB और मुंबई पुलिस का यह मानना है कि दानिश जैसे स्थानीय ऑपरेटर्स के जरिए ही दाऊद का मादक पदार्थ नेटवर्क भारत में जिंदा रखा गया है. राजस्थान के कोटा से भी गिरफ्तारआज से 4 साल पहले साल 2021 में राजस्थान के कोटा से भी गिरफ्तार किया गया था. तब एक कार की तलाशी के दौरान चरस बरामद होने पर इसे गिरफ्तार किया गया था. बता दें कि भारत में अंडरवर्ल्ड की ड्रग्स सप्लाई चेन एक लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर है.
दाऊद इब्राहिम के नेटवर्क पर यह आरोप है कि वह नारकोटिक्स बिजनेस से आने वाले पैसे को हवाला और अवैध रियल एस्टेट निवेश के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल करता है.








