Neha Dhupia Anti-inflammatory Challenge: मैं कपड़े नहीं बदलती, उनके हिसाब से हो जाती हूं फिट... फैट टू फिट कर देगा इस एक्ट्रेस का 21 Days फिटनेस रुटीन

Neha Dhupia Anti-inflammatory Challenge: मैं कपड़े नहीं बदलती, उनके हिसाब से हो जाती हूं फिट... फैट टू फिट कर देगा इस एक्ट्रेस का 21 Days फिटनेस रुटीन
By : | Edited By: Sonam | Updated at : 29 Oct 2025 05:06 PM (IST)

Neha Dhupia Morning Drink:एक्टर नेहा धूपिया ने 21 दिन का एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रिंक चैलेंज पूरा कर लिया है. यह चैलेंज उन्होंने डाइटिशियन ऋचा गंगानी से इंस्पायर होकर लिया था. इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए 45 साल की नेहा ने बताया कि इस चैलेंज से उन्हें क्या फर्क महसूस हुआ. नेहा ने कहा, "आज डे 21 है और मैंने यह चैलेंज पूरा कर लिया है. कैसा लग रहा है? मेरी गट हेल्थ पहले से बेहतर है, स्किन भी अच्छी हो गई है.

सबसे जरूरी बात यह है कि सूजन और ब्लोटिंग कम हुई है और एनर्जी लेवल्स काफी ऊपर हैं. यही मेरा फीडबैक है. लेकिन इस तरह का चैलेंज लेने से पहले अपने डाइटिशियन, न्यूट्रिशनिस्ट या डॉक्टर से जरूर सलाह लें. " उन्होंने आगे कहा, "यह वेट लॉस का चैलेंज नहीं है. यह सिर्फ ब्लोटिंग कम करता है, जिससे आप अपने कपड़ों में आसानी से फिट हो जाते हैं और कभी-कभी वजन पर भी असर दिख सकता है.

" क्या था नेहा का मॉर्निंग रिचुअल? इस चैलेंज में नेहा ने हर सुबह खाली पेट एक खास ड्रिंक पिया. इसके लिए कच्ची हल्दी, अदरक, काली मिर्च और कलौंजी को मिलाकर आइस क्यूब बनाया जाता था. फिर उसे गर्म पानी में घोलकर एक चम्मच MCT ऑयल या नारियल तेल, घी, ऑलिव ऑयल डालकर पिया जाता था. क्या सच में है फायदेमंद? कंसल्टेंट डाइटिशियन गरिमा गोयल ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि यह प्रैक्टिस कई वजहों से हेल्दी मानी जा सकती है. हल्दी और अदरक में बायोएक्टिव कंपाउंड्स (कर्क्यूमिन और जिंजरॉल्स) पाए जाते हैं, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाने जाते हैं.

काली मिर्च में पाइपरीन होता है, जो हल्दी के कर्क्यूमिन के एब्जॉर्प्शन को बढ़ाता है. इसके साथ ही कलौंजी भी एंटीऑक्सीडेंट सपोर्ट देती है. ध्यान रखने वाली बातें गरिमा गोयल का कहना है कि इस तरह का ड्रिंक सपोर्टिव हो सकता है और शॉर्ट-टर्म बेनिफिट जैसे गट हेल्थ में सुधार, ब्लोटिंग कम होना, एनर्जी लेवल अच्छा होना और स्किन पर हल्का फर्क दिख सकता है. लेकिन अगर शरीर में लंबे समय से इंफ्लेमेशन है, जो लाइफस्टाइल, जेनेटिक्स या किसी बीमारी की वजह से है, तो सिर्फ एक ड्रिंक से फर्क नहीं पड़ेगा. इसके लिए बैलेंस्ड डाइट, एक्टिव लाइफस्टाइल, आराम और स्ट्रेस मैनेजमेंट जरूरी है.

उन्होंने यह भी कहा कि यह ड्रिंक किसी बैलेंस्ड डाइट का विकल्प नहीं है. इसे केवल सपोर्ट के रूप में लें. साथ ही, जिन लोगों को गॉलब्लैडर प्रॉब्लम है, ब्लड थिनिंग मेडिकेशन पर हैं या एसिडिटी की समस्या है, उन्हें हल्दी और अदरक से बचना चाहिए क्योंकि ये कभी-कभी रिएक्शन कर सकते हैं. Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें.

किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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