'अब तो जीवन की आखिरी फिल्म चल रही है', खराब तबीयत को लेकर भक्तों से बोले प्रेमानंद महाराज

'अब तो जीवन की आखिरी फिल्म चल रही है', खराब तबीयत को लेकर भक्तों से बोले प्रेमानंद महाराज
By : | Updated at : 10 Oct 2025 06:44 PM (IST)
Quick Summary

This article highlights: 'अब तो जीवन की आखिरी फिल्म चल रही है', खराब तबीयत को लेकर भक्तों से बोले प्रेमानंद महाराज. In context: वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य इन दिनों अपने स्वास्थय को लेकर चर्चाओं में हैं महाराज कई दिनों से अपनी रात्रि पदयात्रा पर भी नहीं दिखाई दिए हैं. Stay tuned with The Headline World for more insights and details.

वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य इन दिनों अपने स्वास्थय को लेकर चर्चाओं में हैं. महाराज कई दिनों से अपनी रात्रि पदयात्रा पर भी नहीं दिखाई दिए हैं. ऐसे में उनके भक्तों द्वारा उनके हेल्थ को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे.

इसी बीच उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे अपने भक्तों से स्वास्थ्य को लेकर बातचीत करते नजर आ रहे हैं. वीडियो में एक भक्त ने एकांत वार्तालाप के दौरान महाराज से कहा- आपने तो इतने कष्ट सहे हैं, हम तो जरा से कष्ट में परेशान हो जाते हैं, इससे कैसे निकलें?

वायरल वीडियो में भक्त को दिया जवाब

प्रेमानंद महाराज ने भक्त के सवाल का शांत भाव से उत्तर देते हुए कहा, आज भी जैसे कष्टमय शरीर है, लेकिन भगवान के आश्रय में हैं तो आनंद है, शीतलता है. अब तो आख़िरी फिल्म चल रही है. जीवन की फिल्म थी, अब उसका अंतिम निर्णय चल रहा है. कब राधे-श्याम हो जाए, आज नहीं तो कल, कल नहीं तो परसों, परसों नहीं तो बरसों जाना तो है ही ना. इसका नाम मृत्युलोक है, मृत्युलोक में जाना तो पड़ता ही है.

महाराज के जवाब पर भक्त ने कहा बाबा, आप ऐसी बात न किया करो. इस पर प्रेमानंद महाराज ने मुस्कुराते हुए कहा, इस लोक का नाम क्या है? मरना तो पड़ेगा ही. भक्त ने कहा, देख के भी दुख होता है महाराज.

महाराज ने जवाब दिया, हां, लेकिन जाना तो पड़ेगा ही. आज नहीं तो कल, कल नहीं तो परसों. ये तो मृत्युलोक है, यहां ट्रांसफर होना ही है. सबको जाना है. जाने की तैयारी कर लो. जो पहले से तैयार न थे, पछता-पछता कर चले गए.

एक अन्य भक्त ने भावुक होकर कहा, चिंतन ही नहीं हो पाता, आप चले जाओगे तो क्या? इस पर प्रेमानंद महाराज ने जवाब दिया, नहीं, वाणी रहेगी, शरीर तो भले ही न रहे, प्रेमानंद की वाणी तो रहेगी न. अब ये तो भगवान के ऊपर है, चाहे तो और जिला दें. भक्त ने कहा, एक संत भगवान ने बोला था कि आप तो 80 वर्ष तक रहेंगे. इस पर महाराज ने मुस्कुराते हुए कहा- हालत देखकर लगती है.

भक्तों की प्रतिक्रिया

प्रेमानंद जी के स्वास्थ्य को लेकर जब उनके भक्तों से बात की गई तो सभी की मिली-जुली प्रतिक्रिया यही रही कि ऐसे संत जो समाज और युवाओं को सही दिशा दिखा रहे हैं, उन्हें अभी और समय तक हमारे बीच रहना चाहिए.

भक्तों का कहना है कि मृत्यु लोक में सभी को जाना है, लेकिन ऐसे संतों की वाणी उनके गोलोकवासी होने के बाद भी अमर रहती है. समाज उनके उपदेशों और मार्गदर्शन से ही चलता है. भक्तों ने कहा कि प्रेमानंद महाराज ने भटके हुए युवाओं को सही दिशा दी है. उनका समाज के प्रति योगदान अमूल्य है, और यही प्रार्थना है कि वे शीघ्र स्वस्थ होकर लंबे समय तक हमारे बीच रहें.

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