तेलंगाना के हनुमकोंडा शहर में भले ही बारिश थम गई हो, लेकिन बाढ़ का संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है. शहर की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है, जहां पानी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. वड्डेपल्ली तालाब से मिट्टी और पानी छोड़े जाने के बाद स्थिति और बिगड़ गई है, जिससे वर्षा का पानी नयीम नगर के नाले में उफान पर आ गया है और आसपास के क्षेत्रों में घुसकर तबाही मचा रहा है. वड्डेपल्ली तालाब से छोड़ा गया पानी अब नगर के लिए सिरदर्द बन गया है. यह पानी नयीम नगर नाले के रास्ते प्रवाहित हो रहा है, जो अब अपनी क्षमता से कहीं अधिक भर चुका है.
इस वजह से नाले का पानी आस-पास के इलाकों में फैल गया है और लोगों के घरों तक पहुंच गया है. तेलंगाना के कई शहर जलमग्न बारिश के थम जाने के बावजूद, इस अप्रत्याशित पानी के बहाव ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. शहर के कई प्रमुख इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं. गोपालपुर, टीवी टावर, सम्मय्या नगर, अमरावती कॉलोनी, नयीम नगर, पोचम्मा कुंटा, हनुमान नगर, पेगडपल्ली डब्बालू, गुंड्ला सिंगारम और इंदिरम्मा कॉलोनी समेत तमाम इलाकों में पानी भरा हुआ है. यहां के निवासी अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं और उनका जीवन जल-जमाव के कारण प्रभावित हुआ है.
हनुमकोंडा का 100 फीट रोड, जो शहर की एक प्रमुख सड़क है, अब एक नदी का रूप ले चुकी है, जहां तेज बहाव के साथ पानी बह रहा है. लोगों का आवागमन ठप, जनजीवन प्रभावित यह दृश्य बाढ़ की भयावहता को दर्शाता है और बताता है कि स्थिति कितनी नियंत्रण से बाहर है. लोगों का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है और आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. भारी बारिश के बाद हनमकोंडा का बस अड्डा पानी में डूब गया.








