ChatGPT की अब खैर नहीं! भारत लॉन्च करेगा अपना खुद का एआई मॉडल, जानिए कब होगी एंट्री

ChatGPT की अब खैर नहीं! भारत लॉन्च करेगा अपना खुद का एआई मॉडल, जानिए कब होगी एंट्री
By : | Edited By: हिमांशु तिवारी | Updated at : 11 Oct 2025 09:33 AM (IST)
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This article highlights: ChatGPT की अब खैर नहीं! भारत लॉन्च करेगा अपना खुद का एआई मॉडल, जानिए कब होगी एंट्री. In context: India’s AI Model: भारत अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराने जा रहा है इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सचिव एस. Stay tuned with The Headline World for more insights and details.

India’s AI Model: भारत अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराने जा रहा है. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सचिव एस. कृष्णन (S. Krishnan) ने घोषणा की है कि देश का पहला स्वदेशी AI मॉडल (Sovereign AI Model) फरवरी 2026 से पहले तैयार हो जाएगा. उन्होंने यह जानकारी इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 के दौरान दी और बताया कि भारत भले ही AI रेस में थोड़ा देर से उतरा हो लेकिन अब उसने अपनी कंप्यूट इंफ्रास्ट्रक्चर क्षमता में जबरदस्त तेजी से बढ़ोतरी की है.

फरवरी से पहले लॉन्च होगा भारत का पहला स्वदेशी AI मॉडल

कृष्णन ने कहा, “उम्मीद है कि इस साल के अंत तक हमारा पहला फाउंडेशनल मॉडल तैयार हो जाएगा जो पूरी तरह भारतीय होगा. और India AI Impact Summit 2026 के समय तक हम अपने संप्रभु (Sovereign) AI मॉडल को लॉन्च करने की स्थिति में होंगे.” यह समिट 19–20 फरवरी 2026 को आयोजित होने जा रही है.

स्वदेशी इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर

MeitY सचिव ने बताया कि भारत ने बहुत कम समय में AI के लिए विशाल कंप्यूटिंग नेटवर्क तैयार किया है. उन्होंने खुलासा किया कि देश में अब तक 38,000 GPUs (Graphics Processing Units) तैनात किए जा चुके हैं जबकि शुरुआती लक्ष्य सिर्फ 10,000 का था. यह दिखाता है कि भारत ने AI इंफ्रास्ट्रक्चर में कितनी तेज़ी से प्रगति की है.

सरकार अब इस क्षमता को और बढ़ाने पर काम कर रही है ताकि देश की टेक कंपनियों को और अधिक GPU संसाधन मिल सकें. इसके लिए हर तिमाही में ओपन बिडिंग प्रक्रिया के जरिए नई यूनिट्स जोड़ी जा रही हैं.

कृष्णन ने यह भी कहा कि देश में इंडिजिनस GPU (स्वदेशी ग्राफिक्स प्रोसेसर) बनाने पर अब फोकस बढ़ाया जा रहा है. यह लक्ष्य India Semiconductor Mission 2.0 के तहत पूरा किया जाएगा जिसकी चर्चा फिलहाल चल रही है.

डेटा की सुरक्षा और समावेशिता पर फोकस

कृष्णन ने बताया कि सरकार इस बात को लेकर पूरी तरह सतर्क है कि AI के बढ़ते प्रभाव का समाज पर क्या असर पड़ सकता है. इसलिए अब ऐसे प्लेटफ़ॉर्म विकसित किए जा रहे हैं जो समावेशी (inclusive) हों और जिनसे देश के हर क्षेत्र को लाभ मिले.

उन्होंने कहा, “हम सिर्फ बड़े मॉडल नहीं, बल्कि सेक्टर-विशिष्ट छोटे AI मॉडल्स भी बना रहे हैं, ताकि शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, वित्त और उद्योग जैसे क्षेत्रों में उत्पादकता और प्रभावशीलता बढ़ाई जा सके.”

भारतीय डेटा पर आधारित होगा ‘Sovereign AI Model’

MeitY के अतिरिक्त सचिव अभिषेक सिंह ने बताया कि भारत का स्वदेशी AI मॉडल पूरी तरह भारतीय डेटा सेट्स पर प्रशिक्षित (trained) किया जाएगा और यह भारतीय सर्वर्स पर होस्ट होगा. उन्होंने आगे कहा कि सरकार इस मिशन में 12 भारतीय कंपनियों को सहयोग दे रही है जिनमें से कम से कम दो कंपनियां इस साल के अंत तक अपने फाउंडेशनल मॉडल को तैयार कर सकती हैं.

AI में भारत की एंट्री अब सिर्फ शुरुआत है

भारत का यह कदम न केवल तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है बल्कि यह देश को वैश्विक AI प्रतिस्पर्धा में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेगा. फरवरी 2026 में लॉन्च होने वाला यह Made-in-India AI मॉडल भारत की डिजिटल शक्ति का प्रतीक बनने जा रहा है जो न केवल भारतीय डेटा को सुरक्षित रखेगा बल्कि देश की आर्थिक और तकनीकी क्षमता को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा.

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