भारत के पड़ोसी देश नेपाल के हालात पर कांग्रेस के सीनियर नेता सलमान खुर्शीद की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि ये नेपाल का अंदरूनी मामला है. हम नेपाल और नेपाल की जनता के शुभचिंतक हैं. हमारे गहरे और घनिष्ठ संबंध नेपाल के साथ रहे हैं. इसलिए उन पर आज जो कष्ट की घड़ी है, हमारी पूरा सहानुभूति है. हमें ये विशेष ध्यान रखना है कि जो भी वहां लोकतांत्रिक तरीके से हो उसको हम सपोर्ट कर सकें. लेकिन उनका फैसले लेना का अपना अधिकार है.
सलमान खुर्शीद ने कहा कि लोकतंत्र का ये पहलू होता है कि कभी कभी लोगों को लगता है कि हमको वो नहीं मिला जो अपेक्षा की. कभी कुछ मामले कोर्ट जाते हैं. कभी सिविल सोसाइटी आपस में वार्ता करके सुलझाती है. हर लोकतंत्र में अपनी व्यवस्थाएं होती हैं.
नेपाल के लोकतंत्र के साथ हम मजबूती से खड़े- सलमान खुर्शीद
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम नेपाल के लोकतंत्र के साथ हमेशा मजबूती से खड़े रहे हैं. बहुत सारे बदलाव वहां हुए. लेकिन हम हमेशा नेपाल की डेमोक्रेसी के साथ खड़े रहे और खड़े रहेंगे. लेकिन आज तो सिर्फ इतना ही संभव है कि हम शांति की प्रार्थना करें. जो भी फैसला नेपाल की जनता का है वो उसके साथ आगे बढ़ें.
कांग्रेस नेता ने कहा कि नेपाल में बहुत सारे लोग भारत के फंसे होंगे. पूरा विश्वास है कि नेपाल के लोग उनके प्रति बहुत सहानुभूति के साथ व्यवहार करेंगे. हम ये चाहेंगे कि जलद से जल्द वहां पर शांति स्थापित हो.
नेपाल में अगला पीएम कौन?
सुशीला कार्की नेपाल की अंतरिम प्रधानमत्री बन सकती हैं. सुशीला कार्की अंतरिम पीएम बनने को तैयार हैं. सुशीला नेपाल सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जस्टिस हैं .
नेपाल में हिंसा से कितना नुकसान?
- प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति का दफ्तर जलाया
- संसद की बिल्डिंग में लगाई आग
- सुप्रीम कोर्ट की इमारत भी जलाई
- सांसदों का आवास भी जलकर खाक
- ऑडिटर जनरल का दफ्तर भी जलाया
- करीब 500 सरकारी इमारतें जलाई गईं