फ्लाइट में क्यों फट जाते हैं पावर बैंक, ऐसा होने की क्या वजह?

फ्लाइट में क्यों फट जाते हैं पावर बैंक, ऐसा होने की क्या वजह?
By : | Edited By: मानसी | Updated at : 29 Oct 2025 12:37 PM (IST)

आज के डिजिटल जमाने में मोबाइल, लैपटॉप या टैबलेट के बिना रहना लगभग नामुमकिन है. लंबे सफर में जब इन डिवाइस की बैटरी खत्म हो जाती है तो पावर बैंक हमारी सबसे बड़ी जरूरत बन जाता है. इसी वजह से आज हर दूसरा यात्री अपने बैग में पावर बैंक जरूर रखता है. हाल ही में एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने सभी को हैरान कर दिया. दरअसल, इंडिगो एयरलाइंस की एक फ्लाइट में लगेज रखने वाली जगह पर पावर बैंक में अचानक आग लग गई.

इंडिगो फ्लाइट की हालिया घटना के बाद सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और DGCA पावर बैंक को लेकर नए नियम तैयार कर रहे हैं. अनुमान है कि आने वाले समय में फ्लाइट में पावर बैंक को ले जाने या यूज करने पर सख्त प्रतिबंध लगाया जा सकता है. यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई और इसके बाद लोगों के मन में कई सवाल उठने लगे, आखिर फ्लाइट में पावर बैंक में आग क्यों लगती है. क्या यह सच में खतरनाक हो सकता है तो आइए जानते हैं कि फ्लाइट में पावर बैंक क्यों फट जाते हैं और ऐसा होने की क्या वजह है? फ्लाइट में क्यों फट जाते हैं पावर बैंक? पावर बैंक देखने में छोटा जरूर होता है, लेकिन इसके अंदर बहुत ज्यादा एनर्जी स्टोर होती है.

ज्यादातर पावर बैंक लिथियम-आयन बैटरी से बने होते हैं. ये बैटरी कम जगह में ज्यादा बिजली जमा करने की क्षमता रखती हैं, लेकिन इनकी यही खासियत कई बार खतरनाक भी साबित हो जाती है. लिथियम-आयन बैटरी में अगर कोई डिफेक्ट, फिजिकल डैमेज, ओवरचार्जिंग, या इंटरनल शॉर्ट सर्किट हो जाए तो बैटरी के अंदर केमिकल रिएक्शन शुरू हो जाता है. इस प्रोसेस को थर्मल रनअवे कहा जाता है. इसमें बैटरी तेजी से गर्म होती है, लेकिन ठंडी नहीं हो पाती और जब टेंपरेचर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तो बैटरी में मौजूद इलेक्ट्रोलाइट जलने लगता है और आग लग जाती है.

फ्लाइट के दौरान यह खतरा इसलिए और बढ़ जाता है क्योंकि हवाई जहाज के अंदर प्रेशर लगातार बदलता रहता है, वाइब्रेशन होते रहते हैं और एयर फ्लो सीमित होता है. इन सभी वजहों से अगर बैटरी पहले से थोड़ी डैमेज हो तो उसमें आग लगने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसा होने की और क्या वजह? कई बार पावर बैंक में आग लगने का कारण हमारी खुद की लापरवाही होती है. पावर बैंक को सिक्कों, चाबियों या मेटल की चीजों के साथ रखना बहुत खतरनाक हो सकता है. ये चीजें पावर बैंक के चार्जिंग पोर्ट को छू जाती हैं और इससे शॉर्ट सर्किट हो सकता है.

इसके अलावा खराब या सस्ती क्वालिटी वाली चार्जिंग केबल का यूज भी नुकसानदायक है. ये केबल्स वोल्टेज बढ़ा देती हैं जिससे बैटरी पर ज्यादा लोड पड़ता है और तापमान बढ़ जाता है. वहीं फ्लाइट की सीट के पास लगे USB पोर्ट से पावर बैंक चार्ज करना भी रिस्की है, क्योंकि वहां एयर सर्कुलेशन बहुत कम होता है. बैटरी गर्म होती रहती है और ठंडी नहीं हो पाती है.

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