दिल्ली: 13 साल से फरार डबल मर्डर आरोपी लालन कुमार गिरफ्तार, इतने लाख का था इनाम

दिल्ली: 13 साल से फरार डबल मर्डर आरोपी लालन कुमार गिरफ्तार, इतने लाख का था इनाम
By : | Edited By: ज़हीन तकवी | Updated at : 10 Sep 2025 04:05 PM (IST)

दिल्ली पुलिस ने 13 साल से फरार चल रहे डबल मर्डर केस के कुख्यात अपराधी लालन कुमार को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया. इस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस ने तीन साल तक देश के सात राज्यों में लगातार आरोपी की तलाश की.

इसके बाद पुलिस के मुताबिक, इस आरोपी लालन पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था और अदालत ने उसे साल 2012 में ही घोषित अपराधी घोषित कर दिया था.

कैसे हुआ था खौफनाक डबल मर्डर

जानकारी के अनुसार, 31 जुलाई 2012 की रात में प्रहलादपुर पुल से एक ट्रक ,ड्राइवर शमीम और उसका हेल्पर शेरा अचानक गायब हो गए. जिसके बाद ट्रक के मालिक श्री राम गुप्ता ने इस गुमशुदगी की शिकायत पुलिस स्टेशन में दी. इस मामले की जांच के दौरान पुलिस के सामने बेहद चौंकाने वाले तथ्य सामने आए इस मामले की जांच में ड्राइवर शमीम का शव हरियाणा के पलवल से मिला.

इस मामले में हेल्पर शेरा का शव मथुरा यूपी से बरामद हुई. वही अपहृत ट्रक प्रयागराज से बरामद हुआ. इस वारदात की जांच में सामने आया कि आरोपी लालन कुमार और उसके साथियों ने ट्रक लूटने के इरादे से अपहरण किया था, लेकिन जब ड्राइवर और हेल्पर ने विरोध किया तो उन्हें बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया. आरोपी लालन वारदात के बाद पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गया.

13 साल से कुख्यात आरोपी दे रहा था पुलिस को चकमा

पुलिस की कई कोशिशों के बावजूद वह पकड़ में नहीं आया और लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहा. लेकिन दिल्ली पुलिस ने हार नहीं मानी. पुलिस टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए तगड़ी प्लानिंग बनाई. टीम ने 20 हजार किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय किया.

तभी 7 राज्यों दिल्ली ,एनसीआर, यूपी, पंजाब, केरल, बंगाल, तमिलनाडु और झारखंड में छानबीन हुई. 500 सीडीआर खंगाले गए और करीब 1000 लोगों से पूछताछ की गई. आखिरकार गुप्त सूचना पर टीम ने बिहार के मधेपुरा जिले के शंकरपुर से लालन को 4 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया.

अपनी पहचान छुपाकर रह रहा था आरोपी

दिल्ली पुलिस पूछताछ में लालन ने कबूल किया कि पिछले 13 सालों से वह लगातार ठिकाने बदल रहा था. वह मोबाइल फोन और सोशल मीडिया से पूरी तरह दूर रहा. अपनी शक्ल-सूरत बदलकर आम मजदूर की तरह जिंदगी जीता रहा.

इसके साथ ही आराेपी पंजाब से लेकर तमिलनाडु तक भटकता रहा ताकि पुलिस की पकड़ में न आए. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी को मधेपुरा की अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड हासिल किया. अब उसे दिल्ली लाकर केस की कड़ियां जोड़ी जा रही हैं.

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