ग्रेटर नोएडा के एक निजी छात्रावास में हुई गोलीबारी की घटना के एक दिन बाद बुधवार को एक अन्य छात्र ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. इसके साथ ही इस घटना में मरने वालों की संख्या दो हो गई है. पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान देवांश चौहान के रूप में हुई है. एक अधिकारी ने बताया कि यह गोलीबारी की घटना मंगलवार को नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र के एक निजी छात्रावास में हुई. यह दोनों छात्र बिमटेक कॉलेज में पढ़ रहे थे, अब इस घटना पर बिमटेक कॉलेज ने भी दुख जताते हुए प्रतिक्रिया दी है.
इस घटना को लेकर बिमटेक कॉलेज की तरफ से कहा गया है कि हम परिसर के बाहर स्थित एक छात्रावास में कथित तौर पर बंदूक के इस्तेमाल से जुड़ी दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बेहद दुखी हैं. पुलिस अधिकारियों द्वारा मामले की जाँच की जा रही है और संस्थान यह सुनिश्चित करने के लिए अपना पूरा सहयोग दे रहा है कि सच्चाई सामने आए और न्याय मिले. हम दोनों प्रभावित छात्रों के परिवारों के साथ भी लगातार संपर्क में हैं और इस कठिन समय में उन्हें हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं. इसके साथ ही हमारे छात्र का कल्याण हमारी प्राथमिकता है. इस घटना की दर्दनाक प्रकृति को देखते हुए, हम छात्रों को इससे निपटने में मदद करने और उन्हें एक सुरक्षित और सहायक वातावरण का आश्वासन देने के लिए परामर्श सत्र आयोजित कर रहे हैं.
इस मामले पर अपर पुलिस उपायुक्त (जोन तृतीय) सुधीर कुमार ने बताया कि छात्रावास में कार्यरत सुरक्षा गार्ड दोपहर के समय कमरों की बिजली जांचने गया, तभी उसे एक कमरे से कराहने की आवाज सुनाई दी जिसके बाद उसने तुरंत वार्डन को सूचित किया. कुमार ने बताया कि घटना के बाद वार्डन घटनास्थल पर पहुंचे और मुख्य द्वार खोलने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं खुला. उन्होंने बताया कि कमरे के पीछे की ओर सीढ़ी लगाकर देखा गया, तो आंध्र प्रदेश के चिलकुलरी निवासी एवं एमबीए का छात्र दीपक कुमार और आगरा निवासी एवं पीजीडीएम के छात्र देवांश चौहान फर्श पर पड़े थे, और उनके शरीर से काफी खून बह रहा था.
अपर पुलिस उपायुक्त ने मंगलवार को बताया था कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि दोनों छात्र घनिष्ठ मित्र थे. किसी कारणवश दोनों के बीच विवाद हुआ, और एक छात्र ने दूसरे को लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मारकर स्वयं को भी गोली मार ली. हालांकि, यह नहीं पता चल पाया था कि किसने पहले गोली चलाई. इस बीच, दीपक के परिजन आज तड़के उसके शव को विमान से आंध्र प्रदेश ले गए. अपर पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इस मामले में अभी तक किसी ने कोई शिकायत दर्ज नहीं की है. पुलिस अपने स्तर पर मामले की जांच कर रही है.