कहते हैं कि प्यार की कोई उम्र नहीं होती. यह लाइन सिर्फ एक कहावत नहीं बल्कि विज्ञान और समाजशास्त्र दोनों के दृष्टिकोण से सही साबित होती है. पिछले कई दशकों में जन्मे बेबी बूमर्स (1946 से 1964 के बीच पैदा हुए लोग) के रोमांटिक जीवन और आज की मोहब्बत के नजरिए में काफी बदलाव आया है. तो चलिए जानते हैं कि बेबी बूमर्स को कैसे प्यार होता था और क्या उनको अभी भी किसी से मोहब्बत हो सकती है?
बेबी बूमर्स का रोमांस
बेबी बूमर्स की युवा पीढ़ी में रोमांस का तरीका बेहद पारंपरिक और धीमा रहा है. उनके समय में डेटिंग ऐप्स और सोशल मीडिया नहीं थे, इसलिए प्यार की शुरुआत अक्सर स्कूल, कॉलेज या सामाजिक कार्यक्रमों से होती थी. परिवार और समाज की मान्यताओं के कारण रोमांटिक संबंधों में सीधे और गंभीर इरादे दिखाई देते थे. चिट्ठी लिखना, फोन कॉल और व्यक्तिगत मुलाकातें उनके प्यार के प्रमुख माध्यम थे.
इस पीढ़ी में शादी से पहले गंभीर सोच और कमिटमेंट का चलन था. उनका प्यार ज्यादातर स्थायी और लंबे संबंधों में बदलता था. फिल्मों और साहित्य में भी इस समय के रोमांस को गंभीर और भावुक दिखाया गया. ये प्यार आज की जेनरेशन की रिलेशनशिप या सिचुएशनशिप की तरह नहीं था.
क्या बेबी बूमर्स अब भी कर सकते हैं प्यार?
आज बेबी बूमर्स की उम्र 60 से 80 साल के बीच है. ऐसे में सवाल यह है कि क्या इस उम्र में उन्हें मोहब्बत हो सकती है? शोध और मनोविज्ञान की मानें तो, बिल्कुल उनको भी मोहब्बत हो सकती है. उम्र बढ़ने के बावजूद लोग भावनात्मक और रोमांटिक संबंधों की चाह महसूस करते हैं. सामाजिक और भावनात्मक जुड़ाव मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है. ऐसे में पुराने दोस्तों या अपनी एज ग्रुप के लोगों के साथ गहरा लगाव नए प्यार को जन्म दे सकता है.
उम्र बढ़ने पर पार्टनर का सपोर्ट और साथ मिलना भावनात्मक सुख देता है. हालांकि इस उम्र में प्यार में अपेक्षाएं बदल जाती हैं. बढ़ती उम्र में रोमांस का मतलब केवल शारीरिक आकर्षण नहीं, बल्कि समझ देखभाल और साथ में समय बिताना भी होता है.
बदलते सामाजिक और तकनीकी दृष्टिकोण
आज के वक्त की बात करें तो डिजिटल दुनिया में बेबी बूमर्स भी ऑनलाइन डेटिंग और सोशल मीडिया के जरिए नए रिश्ते तलाश सकते हैं. कई एप्लिकेशन खास तौर पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए बनाए गए हैं, जिससे उम्रदराज लोग भी प्रेम संबंध बना सकते हैं. लेकिन इस पीढ़ी के लिए भावनात्मक जुड़ाव और सम्मान आज भी प्रेम का सबसे बड़ा आधार हैं.