हर साल इतनी नेपाली महिलाओं से शादी करते हैं भारतीय, जानें कौन-सा राज्य है सबसे आगे?

हर साल इतनी नेपाली महिलाओं से शादी करते हैं भारतीय, जानें कौन-सा राज्य है सबसे आगे?
By : | Edited By: Neha Singh | Updated at : 10 Sep 2025 06:40 PM (IST)

Nepal Crisis: नेपाल में बढ़ते हिंसक प्रदर्शन ने भारत की भी चिंता बढ़ा दी है. बढ़ती हिंसा को देखते हुए भारत ने नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी है. भारत और नेपाल के बीच 1,850 किलोमीटर की साझा सीमा राज्य में सिक्किम के अलावा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल शामिल हैं. लेकिन भारत और नेपाल का रिश्ता सिर्फ सीमाओं और संस्कृति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह रोटी-बेटी के रिश्तों से भी गहरा है. यह सिलसिला दोनों देशों के बीच सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को और मजबूत करता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कितने भारतीय पुरुष नेपाली महिलाओं से शादी करते हैं और कौन-सा राज्य इस मामले में सबसे आगे है? चलिए जानते हैं.

कितनी नेपाली लड़कियां आती हैं शादी करके

भारत और नेपाल के बीच खुली सीमा और सांस्कृतिक समानताओं के कारण दोनों देशों के लोगों के बीच वैवाहिक रिश्ते लंबे समय से चले आ रहे हैं. हालांकि, इस विषय पर सटीक और आधिकारिक आंकड़े मिलना मुश्किल है, लेकिन विभिन्न रिपोर्ट्स और अध्ययनों के आधार पर अनुमान लगाया जाता है कि हर साल सैकड़ों भारतीय पुरुष नेपाली महिलाओं से शादी करते हैं. खासकर भारत के उन राज्यों में, जो नेपाल की सीमा से सटे हैं. जैसे बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल, ऐसे विवाहों की संख्या काफी अधिक है.

कौन-सा राज्य है सबसे आगे?

जब बात आती है कि भारत का कौन-सा राज्य नेपाली लड़कियों से शादी के मामले में सबसे आगे है, तो बिहार का नाम सबसे ऊपर आता है. बिहार के कई जिले जैसे सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और मधुबनी नेपाल की सीमा से सटे हुए हैं. इन क्षेत्रों में नेपाली महिलाओं से शादी का चलन बहुत पुराना है. बिहार के इन जिलों में हर साल सैकड़ों नेपाली दुल्हनें आती हैं.

क्यों है यह चलन?

भारत और नेपाल के बीच विवाह के इस रुझान का मुख्य कारण है दोनों देशों की सांस्कृतिक और भौगोलिक निकटता. खुली सीमा के कारण लोगों का आवागमन आसान है और सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियां भी इन शादियों को बढ़ावा देती हैं.

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