Nepal Gen-Z Protest: भारत में ज्यादा जेन जी या नेपाल में, जानें किस देश में GEN-Z की कितने फीसदी आबादी?

Nepal Gen-Z Protest: भारत में ज्यादा जेन जी या नेपाल में, जानें किस देश में GEN-Z की कितने फीसदी आबादी?
By : | Updated at : 10 Sep 2025 05:32 PM (IST)

Nepal Gen-Z Protest: भारत और नेपाल इस वक्त अपनी युवा पीढ़ी Gen-Z को लेकर सुर्खियों में हैं. भारत में जहां Gen-Z देश में उपभोक्ता शक्ति व डिजिटल क्रांति को दिशा दे रहे हैं, वहीं नेपाल में यही पीढ़ी राजनीतिक उथल-पुथल का केंद्र बन चुकी है. हाल ही में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में Gen-Z ने नेपाल के प्रधानमंत्री को सत्ता छोड़ने पर मजबूर कर दिया. ऐसे में सवाल उठता है कि किस देश में Gen-Z ज्यादा हैं भारत या नेपाल? चलिए समझें.

भारत में Gen-Z की आबादी और प्रभाव

भारत में जनरेशन-Z यानी 1997-2012 में जन्मी पीढ़ी, देश का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और बड़ा हिस्सा है. 2025 के आंकड़ों के अनुसार, भारत में लगभग 3.77 करोड़ (377 मिलियन) Gen-Z की आबादी है, जो देश की कुल जनसंख्या का लगभग 26% हिस्सा हैं. यह पीढ़ी तकनीकी रूप से सक्षम, उपभोक्ता प्रवृत्तियों को प्रभावित करने वाली और सामाजिक-आर्थिक बदलावों में सक्रिय भूमिका निभाने वाली है.

इसके अलावा एक रिपोर्ट की मानें तो भारत में यही 26% आबादी भारत के कुल खर्च का 43% तक नियंत्रित भी करती है.

नेपाल में Gen-Z

नेपाल में कुल जनसंख्या की तुलना में युवा पीढ़ी का भाग बहुत बड़ा है, हालांकि किसी आधिकारिक स्रोत में इनका सटीक प्रतिशत दर्ज नहीं है, लेकिन जो उपलब्ध आंकड़े हैं, वे स्पष्ट करते हैं कि युवा वर्ग, खासतौर से 20-25 वर्ष के बीच के युवा देश के कुल इंटरनेट और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं का बहुमत हैं.

यही Gen-Z नेपाल में इस वक्त राजनीतिक प्रचंड परिवर्तन का केंद्र बनी है. नेपाल में जो सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के विरोध में व्यापक प्रदर्शन हो रहा है, इसमें Gen-Z युवा प्रमुख नेतृत्व में हैं. इन प्रदर्शनों ने अंततः तत्कालीन प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली को इस्तीफा देने पर मजबूर किया. इसी प्रदर्शनों की वजह से छात्रों, सोशल मीडिया एक्टिविस्ट्स और युवा नेता जैसे कि काठमांडू मेयर बलेंद्र शाह आगे आए और देश में नया संविधान लागू करने और नए लोकतांत्रिक ढांचे की मांग तेज कर दी है.

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