मुंबई के हाई सिक्योरिटी इलाकों में से एक नेवी नगर से इंडियन मेड ऑटोमेटिक इंसास राइफल चोरी करने के मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच को सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने तेलंगाना राज्य के नक्सल प्रभावित इलाके असिखाबाद जिले के एलगापल्ली गांव से दो भाइयों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम राकेश दुबला और उमेश दुबला है. पुलिस ने दोनों के पास से इंसास राइफल, 3 मैगज़ीन और 40 जिंदा कारतूस बरामद कर लिए हैं. मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी राज तिलक रौशन ने बताया की कफ परेड पुलिस स्टेशन ने नेवी की शिकायत पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था और जांच शुरू कर दी है. इस मामले की जांच समांतर रूप से NIA, ATS और लोकल पुलिस कर रही थी.
सूत्रों के अनुसार, यह घटना 6 सितंबर 2025 की शाम करीब 7 से 8 बजे के बीच घटी. नेवल बेस के एक वॉच टॉवर पर ड्यूटी पर तैनात जूनियर सेलर आलोक सिंह (20) ड्यूटी ओर तैनात थे कि तभी एक शख्स वहां आया जो कि डांगरी (यूनिफार्म) पहना हुआ था उनके खुद को उससे ऊपर के लेवल का कर्मचारी बताया और कहा कि एक नया अलर्ट आया है जिसका लेवल ज्यादा है इसी वजह से अब वो ड्यूटी करेगा.
उसने आलोक से उसकी राइफल और बुलेट्स छोड़कर जाने को कहा. भरोसा करते हुए आलोक सिंह ने अपनी राइफल और 40 जिंदा कारतूस उस व्यक्ति को सौंप दिए. कुछ ही देर बाद जब स्थिति की जांच की गई, तो पाया गया कि वह व्यक्ति मौके से राइफल और कारतूस के साथ गायब हो चुका था.
हर एंगल से हुई जांच
डीसीपी राज तिलक रौशन ने आगे बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए कफ परेड पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई और हर एजेंसी ने जांच शुरू कर दी. सूत्रों ने बताया की सीसीटीवी से उन्हें फॉलो किया गया जिसमें पता चला के वे लोग लोकमान्य तिलक टर्मिनस स्टेशन गए जहां से उन्होंने ट्रेन पकड़ी और तेलंगाना गए.
जिसके बाद क्राइम ब्रांच कि एक टीम तेलंगाना के लिए रवाना हुई वहां लोकल पुलिस की मदद ली गई और ह्यूमन इंटेलिजेंस का सहारा लेते हुए दोनों को उनके गांव से गिरफ्तार कर लिया गया.
नेवी में काम करता है आरोपी
अब तक कि जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी राकेश नेवी में काम करता है वो मुंबई भी सर्विस कर चुका है. फिलहाल उसकी पोस्टिंग केरल में है. चोरी वाली दिन से एक दिन पहले ही राकेश मुंबई आ गया था और चोरी वाले दिन उसका भाई उमेश मुम्बई पहुंचा.
चोरी करने के लिए राकेश एक फर्जी आईडी कार्ड का सहारा लेकर नेवल बेस में घुस गया चूंकि वो नेवी में खुद काम करता है उसे पता है कि कैसे क्या बातचीत की जाती है. उसने आलोक को गुमराह किया और राइफल चुरा ली जिसके बाद उसने वो राइफल और जिंदा कारतूस एक प्लास्टिक बैग में लपेट कर बाहर खड़े उसके भाई उमेश के पास फेंक दिया और फिर दोनों वहां से फरार हो गए.
आरोपी को राइफल चलाने का अनुभव
सूत्रों ने बताया कि राकेश की उम्र 25 साल है तो उमेश की उम्र 22 साल है राकेश GD यानी कि नेवी में ही जनरल ड्यूटी किया करता था जिसमे इसी तरह का यानी कि गार्ड करने का काम दिया जाता था. सूत्रों ने आगे दावा किया कि प्राथमिक रूप से मिली जानकारी के मुताबिक राकेश को इंसास चलाने का अनुभव है वो इसी इन इस्तेमाल गार्ड करने के लिए किया करता था.
आर्म्स एक्ट के तहत भी केस दर्ज
डीसीपी ने ये भी बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए 9 टीमें बनाई गई जिसने हर पहलू से मामले की जांच की. इस केस में पहले सिर्फ चोरी से जुड़ी धाराएं लगाई गईं थी, अब इस मामले में आर्म्स एक्ट भी जोड़ दिया गया है. आज आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा और फिर इनका मकसद क्या था? नक्सल इलाके का कोई संबंध है या नहीं? जिसने शिकायत लिखवाई उसका कोई संबंध है? इन तमाम प्रश्नों के उत्तर तलाशे जाएंगे.