राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) समर्थित उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को भारत का नया उपराष्ट्रपति चुना गया है. उन्होंने इंडिया एलायंस समर्थित उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को चुनाव में पीछे छोड़ते हुए जीत हासिल की. इस ऐतिहासिक पल पर उनकी मां समेत पूरा परिवार बेहद खुश है. उनकी मां जानकी अम्मल ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे का नाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सम्मान में रखा था.
‘62 साल पुरानी भविष्यवाणी भी सच हुई’
सीपी राधाकृष्णन की मां जानकी अम्मल ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि जब उनके बेटे का जन्म हुआ था, तब भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन पद पर थे और वे स्वयं भी शिक्षिका थीं. उन्होंने अपने बेटे का नाम पूर्व राष्ट्रपति की स्मृति में रखा था. उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, “मेरे पति ने मजाक में कहा था कि यह नाम इसलिए रखा है ताकि हमारा बेटा भी देश के सर्वोच्च पद तक पहुंचे.” आज, 62 साल बाद, यह सपना साकार हो गया. जानकी अम्मल ने इसे अपने जीवन का गर्वपूर्ण पल बताया.
उपराष्ट्रपति के भाई ने जताया गर्व
नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के भाई सीपी कुमारेश ने बताया कि यह परिवार के लिए गर्व की बात है. उन्होंने कहा, “यह बेहद खुशी की बात है कि राधाकृष्णन राज्यसभा के संचालन की जिम्मेदारी संभालेंगे. हमें पूरा भरोसा है कि वह इस भूमिका को कुशलतापूर्वक निभाएंगे और प्रधानमंत्री के विश्वास को बनाए रखेंगे.” कुमारेश ने परिवार की ओर से पूरे देशवासियों को धन्यवाद भी दिया.
इंडिया एलायंस के वोटर्स से भी समर्थन मिला
उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन ने निर्णायक बहुमत से जीत दर्ज की. उन्हें एनडीए सांसदों के साथ-साथ विपक्ष के कुछ हिस्सों का भी समर्थन मिला. कुल 452 प्रथम वरीयता वोट उन्हें प्राप्त हुए, जबकि न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले. इसके अलावा 15 मत अवैध घोषित किए गए. इस प्रकार, राधाकृष्णन ने इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार को 152 मतों के अंतर से हरा दिया.