देशभर में बहुत से लोग सोसाइटीज में रहते हैं. यहां उन्हें सुरक्षा से लेकर क्लब हाउस और जिम जैसी कई सुविधाएं मिलती हैं. इन्हीं सुविधाओं में एक अहम जगह पार्क की होती है. लोग यहां टहलने जाते हैं, योगा करते हैं, बच्चों के साथ खेलते हैं और रोज़मर्रा की भागदौड़ से थोड़ा आराम हासिल करते हैं. यह पार्क सिर्फ हरियाली नहीं बल्कि पूरे सोसाइटी लाइफ का एक ज़रूरी हिस्सा होते हैं.
लेकिन यहां रहने वालों से उम्मीद भी की जाती है कि वे कुछ नियमों का पालन करें. क्योंकि पार्क प्राइवेट नहीं बल्कि जगह सबकी साझी जगह है और इसका इस्तेमाल सभी लोगों के लिए आरामदायक होना चाहिए. इसलिए आपको कभी पार्क में नहीं करने चाहिए यह काम. वरना हो सकती है मुश्किल.
इन बातों का रखना होता है ध्यान
पार्क में सबसे बड़ी जिम्मेदारी साफ-सफाई की होती है. लोग अक्सर यहां बैठकर स्नैक्स खाते हैं या बच्चों के लिए कुछ लाते हैं, लेकिन बाद में कचरा इधर-उधर फेंक देते हैं. यह आदत न सिर्फ माहौल को गंदा करती है बल्कि मच्छरों और बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देती है. बेहतर यही है कि हर कोई अपने इस्तेमाल का कूड़ा डस्टबिन में डाले.
इसके अलावा पार्क में ऊंची आवाज़ में गाने बजाना या लगातार शोर करना बाकी लोगों की शांति खराब कर देता है. सुबह-शाम यहां योगा या वॉक करने वाले लोग शांति चाहते हैं. इसलिए जरूरी है कि हर व्यक्ति अनुशासन बनाए रखे और माहौल अच्छा रहे. इसके अलावा पार्क में कोई अश्लील हरकत भी नहीं करनी चाहिए.
इन बातों की भी जिम्मेदारी
बच्चे पार्क में खेलते हैं तो रौनक आ जाती है. लेकिन खेलकूद हमेशा जिम्मेदारी से होना चाहिए. गेंद, बैडमिंटन या किसी भी एक्टिविटी के दौरान ध्यान रहे कि दूसरे लोगों को चोट न लगे. पालतू जानवरों को बिना पट्टे के छोड़ना भी सही नहीं है क्योंकि ये बाकी लोगों के लिए परेशानी या डर का कारण बन सकता है.
कई बार पौधों को नुकसान पहुंचाने या झूलों का गलत इस्तेमाल करने से भी दिक्कतें खड़ी हो जाती हैं. याद रखना चाहिए कि यह सब सुविधाएं सोसाइटी के हर सदस्य की हैं. इसलिए इनकी सुरक्षा और देखभाल करना सबकी बराबर की जिम्मेदारी है.