महाराष्ट्र के ठाणे में 7 सितंबर को एक न्यायाधीश के आवास पर छत के स्लैब के ढहने का मामला सामने आया है. औद्योगिक न्यायालय की एक महिला न्यायाधीश के आधिकारिक आवास की छत का स्लैब अचानक गिर गया. इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन न्यायाधीश के पति की शिकायत पर पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने इसे गंभीर लापरवाही का मामला बताते हुए भारतीय न्याय संहिता की धारा 125 के तहत केस दर्ज कर लिया है.
शिकायत और मामला दर्ज
कोपरी थाने के एक अधिकारी ने बताया कि 7 सितंबर की शाम करीब 4:45 बजे यह घटना घटी. पीटीआई के अनुसार, शिकायत में आरोप है कि न्यायाधीश और अन्य अधिकारियों ने कई बार लोक निर्माण विभाग (PWD) को इमारत की जर्जर स्थिति की जानकारी दी थी. बावजूद इसके समय पर मरम्मत नहीं की गई.
इसी लापरवाही के चलते छत का स्लैब गिरा और न्यायाधीश समेत उनके परिवार की जान को खतरा पैदा हुआ. पुलिस ने अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है, लेकिन जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
बार-बार चेतावनी के बावजूद कार्रवाई नहीं
शिकायत के मुताबिक, न्यायाधीश और इमारत में रहने वाले अन्य न्यायिक अधिकारियों ने कई बार पत्र लिखकर तत्काल मरम्मत की मांग की थी. इस दौरान भवन की पुरानी स्थिति और संभावित खतरों का उल्लेख भी किया गया था. इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया.
यही कारण है कि रविवार को स्लैब गिरने की घटना हुई. हालांकि गनीमत रही कि हादसे के समय न तो न्यायाधीश और न ही उनका परिवार घर में मौजूद था, वरना स्थिति गंभीर हो सकती थी.
पुलिस जांच और अगला कदम
पुलिस ने पुष्टि की है कि मामला दर्ज करने के बाद पीडब्ल्यूडी अभियंताओं की भूमिका की जांच की जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि यदि समय पर रखरखाव और मरम्मत का काम किया जाता तो इस तरह का खतरा टाला जा सकता था.
फिलहाल मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई सबूतों और अभियंताओं की जिम्मेदारी तय होने पर की जाएगी.