प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बनारस से सांसद बनने के बाद वाराणसी का राजनीतिक महत्व और बढ़ गया है. पीएम मोदी किसी भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष को भारत बुलाने के दौरान वाराणसी तक लाने का विशेष ध्यान रखते हैं. इसी कड़ी में आज, मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगूलाम तीन दिवसीय भारत यात्रा के तहत वाराणसी पहुंचे. वे गुरुवार 11 सितंबर को पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जो भारत-मॉरीशस संबंधों को नई दिशा देगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह वाराणसी का 52वां दौरा होगा. इससे पहले उन्होंने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो अबे, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और तत्कालीन मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द जुगन्नाथ को वाराणसी लाकर यहां की संस्कृति और सभ्यता से रूबरू करवाया था. इस बार भी पीएम मोदी मॉरीशस के प्रधानमंत्री को काशी की विरासत से अवगत कराएंगे.
मॉरीशस पीएम का काशी प्रवास
मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगूलाम बुधवार शाम 6 बजे वाराणसी पहुंचेंगे. मंडलायुक्त एस राज लिंगम ने बताया कि उनका तीन दिवसीय प्रवास 10 से 12 सितंबर तक चलेगा. इस दौरान वे काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे और गंगा आरती में शामिल होंगे. प्रशासन ने दोनों प्रधानमंत्रियों के आगमन को लेकर पुख्ता इंतजाम किए हैं. शहर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है, जबकि सुरक्षा के कड़े प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं. विदेश मंत्रालय के अधिकारी और एसपीजी ने कार्यक्रम स्थलों का पूर्व निरीक्षण कर लिया है.
पीएम मोदी का वाराणसी आगमन
प्रधानमंत्री 11 सितंबर की सुबह करीब 10:40 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचेंगे. मुख्यमंत्री उनका स्वागत करेंगे. इसके बाद दोनों नेता हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन जाएंगे और सड़क मार्ग से ताज होटल तक पहुंचेंगे. पुलिस लाइन से होटल ताज के बीच 6 स्वागत पॉइंट्स बनाए गए हैं, जहां भाजपा कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा कर उनका पारंपरिक स्वागत करेंगे. पीएम मोदी मॉरीशस के पीएम के सम्मान में दोपहर के भोज की मेजबानी करेंगे और दोपहर 2:30 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे.
द्विपक्षीय वार्ता के अहम मुद्दे
प्रधानमंत्री रामगूलाम और पीएम मोदी के बीच होने वाली द्विपक्षीय वार्ता में पर्यटन, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और दोनों देशों की परंपराओं के आदान-प्रदान पर चर्चा होगी. मॉरीशस में बड़ी भारतीय आबादी होने के कारण दोनों नेता रिश्तों को और मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे.
वाराणसी में विदेशी मेहमानों का स्वागत
वाराणसी को दुल्हन की तरह सजाया गया है. इससे पहले जापान के शिंजो अबे (2015), फ्रांस के इमैनुएल मैक्रों (2018) और मॉरीशस के प्रविन्द जुगन्नाथ (2019) जैसे नेता यहां आए थे. इन सभी ने गंगा आरती, दर्शन-पूजन और सारनाथ जैसे स्थानों का दौरा किया था.